न्यूज डेस्क।दिल्ली माहिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अपने पिता को लेकर बड़ा खुलासा किया है। स्वाति मालीवाल ने कहा कि बचपन में उनके पिता उनके साथ मारपीट करते थे, काफी डरी और सहमी रहती थीं। इतना ही नहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष मालीवाल ने कहा है कि उनके पिता यौन शोषण भी किया करते थे। इसकी जानकारी सामने आते ही सोशल मीडिया पर यह मामला ट्रेंड करने लगा। इसी बीच अब उनका पुराना ट्वीट वायरल हो रहा है।

पिता पर लगाया गंभीर आरोप
स्वाति मालीवाल ने, “जब मैं छोटी थी तो मेरे पिता मेरा यौन उत्पीड़न करते थे। वह मुझे बहुत मारते थे। जब वह घर आते थे तो मैं डर जाती थी और अक्सर बिस्तर के नीचे छिप जाती थी।” उनका यह बयान सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोग उनका पुराना ट्वीट शेयर कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने अपने फौजी पिता का जिक्र किया था।

वायरल हो रहा है पुराना ट्वीट
वायरल हो रहे पुराने ट्वीट में स्वाति मालीवाल ने लिखा कि मैं फ़ौजी की बेटी हूं, फौज में पाली बढ़ी हूं। देश के लिए काम करना और देश के लिए जान देना सीखा है, मझे दुनिया की कोई ताकत डरा नहीं सकती। अब इस ट्वीट को शेयर कर @Prakharshri78 यूजर ने लिखा कि तो फिर ये कौन से पिता थे जिन पर आप 2016 तक गर्व कर रही थीं? मुझे ये विश्वास है कि कोई भी बेटी पिता के बारे में झूठ नहीं बोलती। फिर वो झूठ कौन सा है? आज वाला या 2016 वाला? जबाव देना होगा, क्योंकि आपने दुनिया के सबसे पवित्र रिश्ते को कठघरे में खड़ा किया है।

ऐसे कमेंट कर रहे हैं लोग
अंबुज भारद्वाज नाम के यूजर ने लिखा कि कल तक जिस बाप की बेटी होने पर इस स्वाति को गर्व था। आज उसी बाप की इज्जत को अपनी ख्याति के लिए सरेआम बाजार में नीलाम कर दिया। भाजपा नेता हरीश खुराना ने ट्वीट किया कि यह आप के लोगों के डीएनए में झूठ बोल कर सहानुभूति लेने की कोशिश करना। आज एक बार फिर स्वाति मालीवाल ने इस बात को साबित कर दी। मैं समझ नहीं पा रहा कि स्वाति के आज के बयान को सच मानूं या 2016 के उन्हीं के ट्वीट को @barkhatrehan16 यूजर ने लिखा कि पहले खुशबू सुन्दर और अब स्वाति मालीवाल…थोड़े ही दिनों में एक लाइन सी लग जायेगी। पिताओं को इतना बदनाम कर दिया जाएगा, इन फेमिनिस्टों के द्वारा कि एक पिता वास्तव में अपनी बेटी को स्पर्श करने से डरेगा कि कहीं बड़े होकर बेटी कोई आरोप न लगा दे।

स्वाति मालीवाल ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रही थीं, इसी दौरान उन्होंने कहा, मेरे पिता मेरा सिर पकड़कर दीवार में मार देते थे, मेरे सिर से खून बहने लगता था। मेरा मानना ​​है कि जब कोई बहुत अधिक अत्याचार सहता है, तभी वह दूसरों के दर्द को समझता है, और यह एक ऐसी आग जगाता है जो पूरे सिस्टम को हिला सकता है।” मालीवाल ने कहा कि वह स्कूल की चौथी कक्षा तक अपने पिता के साथ रहीं और तब ऐसा कई बार हुआ।