कोरबा। छत्तीसगढ़ स्टेट पावर कंपनी सब स्टेशनों में खाली पड़ी जगहों पर सोलर सिस्टम लगाने की तैयारी कर रही है। ताकि सौर ऊर्जा से उत्पन्न् बिजली का बैकअप तैयार करने के साथ ही लो-वोल्टेज की दिक्कत से निजात पाई जा सके। बता दें कि प्रदेश में बिजली उत्पादन का मुख्य आधार कोयला है, लेकिन जिस तरह से कोयले की दिक्कतें सामने आ रही है उससे आने वाले समय में बड़ा संकट खड़ा हो सकता है। भविष्य में बिजली की जरूरतों और समस्याओं को देखते हुए कंपनी ने अपने सब स्टेशनों में सोलर सिस्टम लगाने की योजना तैयार कर रही है। इस योजना में उन क्षेत्रों के 33-11केवी सब स्टेशनों को सबसे पहले शामिल किया गया है, जहां लो-वोल्टेज और बिजली की समस्या सबसे अधिक है। इसके बाद दूसरे चरण में धीरे-धीरे उच्चदाब सब स्टेशनों में काम शुरू किया जाएगा। इसकी शुस्र्आत गरियाबंद जिले के देवभोग सब स्टेशन से की जाएगी।
पांच मेगावॉट तक लगेगा सिस्टम
बिजली कंपनी के अनुसार 33-11 केवी के सब स्टेशनों में खाली जगहों पर सोलर सिस्टम लगाया जाएगा। जगह के हिसाब से तीन से पांच मेगावॉट का सिस्टम लगाया जाएगा। इस सिस्टम की उपयोगिता को जांचने-परखने के बाद कंपनी इसे उच्चदाब सब स्टेशनों में बड़े पैमाने पर लगाने का प्लान तैयार करेगी।
ऐसे काम करेगा सिस्टम
सोलर सिस्टम को सब स्टेशनों से कनेक्ट करेंगे। एक तरफ सिस्टम में बैटरी के माध्यम से बिजली का बैकअप तैयार होगा और दूसरी ओर सौर ऊर्जा की बिजली को सब स्टेशन से सीधे कनेक्ट कर बिजली उपभोक्ताओं की आपूर्ति की जाएगी। इसमें बिजली कंपनी को अतिरिक्त कर्मचारी भी नहीं रखना होगा। सिस्टम को अपग्रेड कर नई तकनीक से सब स्टेशनों को लैस किया जा सकेगा।
33-11 केवी सब स्टेशनों में खाली जगहों पर सोलर सिस्टम लगाने की प्लानिंग है, ताकि सौर ऊर्जा से बिजली का बैकअप तैयार कर उपभोक्ताओं को बिजली उपलब्ध कराई जा सके। फिलहाल हमारा फोकस लो-वोल्टेज और बिजली की समस्या वाले दूरस्थ और वनांचल क्षेत्रों में हैं। धीरे-धीरे इसे सभी सब स्टेशनों में लगाया जाएगा। आने वाला समय सौर ऊर्जा का ही है, इसे लेकर कंपनी का एक बड़ा प्लान है।