कोरबा। कोरोनाकाल में भले ही रावण दहन का कार्यक्रम पोस्टपौंड किया गया है लेकिन कोरबा में इस दशहरा डीआरएम का पुतला दहन जरूर किया गया। तयशुदा कार्यक्रम के तहत रेल संघर्ष सिमिति के बैनर तले रेल सुविधओं की मांग को लेकर रेलवे के डीआरएम का पुतला फूंका गया। हालाकि इस दौरान पुलिस और समिति के सदस्यों में जमकर झूमा झटकी हुई।
रेल संघर्ष समिति कोरबा के द्वारा अहंकारी रावण रूपी रेल प्रशासन के खिलाफ पुतला दहन किया गया! पुराना रेलवे क्रॉसिंग के पास रेलवे संघर्ष समिति के लोगों ने डीआरएम और रेल मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डीआरएम का पुतला दहन किया ! इस दौरान काफी संख्या में पुलिस और रेलवे आरपीएफ के जवान मौजूद थे !पुतला दहन करते समय पुलिस और रेलवे संघर्ष समिति के बीच झुमा झटकी हुई ! इस दौरान पुतले के कुछ हिस्से को ही रेलवे संघर्ष समिति के सदस्यों ने जला पाया।
रेलवे संघर्ष समिति के सदस्यों ने बताया कि रेलवे प्रबंधन के रवैए को देखते हुए मजबूरन पुतला दहन किया गया ! कोरबा जिला एक औद्योगिक नगरी है और पूरा शहर सयंत्रों से घिरा हुआ है ! ऐसे में रेलवे कोयला परिवहन कर लाखों करोड़ों रुपए कमा रही है लेकिन उसके बावजूद भी रेलवे द्वारा कोरबा की लोगों के साथ अन्याय किया जा रहा है ! इन मुद्दों को लेकर क्रमबद्ध आंदोलन किया जा रहा है ! रेलवे संघर्ष समिति के द्वारा पुतला दहन के पश्चात समिति के निर्णय के बाद उग्र आंदोलन किया जाएगा !