रायपुर: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को छत्तीसगढ़ का दौरा आ रहे हैं। इस दौरान वह लोकसभा कोर कमेटी की बैठक करेंगे और एक रैली को संबोधित करेंगे। जेपी नड्डा 11 फरवरी को छत्तीसगढ़ के जगदलपुर और बस्तर के दौरे पर रहेंगे। वह सुबह 11 बजे जगदलपुर के मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट पहुंचेंगे। अपनी यात्रा के दौरान वह कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और सांगठनिक बैठक करेंगे। नड्डा ने आखिरी बार सितंबर 2022 में राज्य का दौरा किया था। जेपी नड्डा अपने दौरे की शुरुआत जगदलपुर स्थित मां दंतेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना कर के करेंगे।
मंदिर में दर्शन करने के बाद डिमरापाल में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा बन रहे सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का दौरा करेंगे। इसके बाद दोपहर 12.10 बजे बीजेपी प्रदेश कार्यालय जगदलपुर जाएंगे। जहां वह पार्टी की लोकसभा कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करेंगे और विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे। वह दोपहर 01.50 बजे जगदलपुर के लालबाग मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे।
जीत का मंत्री देने आ रहे हैं नड्डा
छत्तीसगढ़ प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि जेपी नड्डा लोकसभा प्रवास अभियान के तहत बीजेपी के जुझारू कार्यकर्ताओं को सफलता का मंत्र देने आ रहे हैं। वे बस्तर से चुनावी शंखनाद करेंगे। साव ने कहा कि बीजेपी का कार्यकर्ता चुनाव जीतने के लिए कमर कसकर तैयार है। हमारे राष्ट्रीय नेता कार्यकर्ताओं को संघर्ष में जीत का मार्ग प्रशस्त करने वाला मार्गदर्शन देने आ रहे हैं।
बस्तर में खिलेगा कमल
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष तथा देश के गृहमंत्री अमित शाह कोरबा में विशाल जनसभा को संबोधित कर चुके हैं। कोरबा लोकसभा क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं को पार्टी की विजय के लिए मैदान में उतार चुके हैं। अब हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा बस्तर की धरती पर अपने कार्यकर्ताओं को आगामी चुनाव के लिए संघर्ष पथ पर विजयश्री का वरण करने हरी झंडी दिखाने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के मार्गदर्शन से पूरे बस्तर में कमल खिलेगा। यह हमारा विश्वास है।
बस्तर में हैं 12 सीटें
बस्तर डिवीजन में विधानसभा की 12 सीटें हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 12 में से 11 सीटों पर जीत दर्ज की थी। छत्तीसगढ़ की सत्ता में काबिज होने के लिए बस्तर की सीटें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी आदिवासी बाहुल्य इलाकों में फोकस कर रही है।