जब वर्चुअल बैठक में आईजी ने पीड़ित महिलाओं से कहा. बेझिझक सहज होकर बताए अपनी समस्या, अफसर हो गए पसीना पसीना

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बिलासपुर। बिलासपुर रेंज आईजी रतनलाल डांगी ने शुक्रवार को मुंगेली और गौरेला-पेण्डा- मरवाही जिले के महिला संबंधी गंभीर अपराध जो विवेचना में लंबित हैं के संबंध में पुलिस अधीक्षकों, राजपत्रित अधिकारियों व थानेदारों और विवेचकों की वर्चुअल अपराध समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में आईजी ने अपराध पीड़िताओं से रूबरू हुए और उन्हें एकदम सहज होकर अपनी समस्या बताने को कहा।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई पुलिस कर्मी भी उन्हें परेशान कर रहा या फिर आरोपी को पकड़ने में आनाकानी कर रहा अथवा आरोपी पक्ष के द्वारा कोई दबाव बनाया जा रहा, तो बेझिझक सारी बात बताएं।

आईजी डांगी ने यह भी कहा कि सहज होकर अपनी समस्या रखें और उन्हें अपना भाई समझें, किसी से कोई डरने की जरूरत नहीं है, वे उनके साथ हैं। उनकी इतनी बातें सुनते ही पीड़िताओं ने हर मामले में आने वाली समस्याओं के बारे में उन्हें अवगत कराया।

इस दौरान आईजी ने पुलिस अधीक्षकों व थानेदारों और विवेचकों को चेताया भी और जल्द से जल्द कार्रवाई करने के आदेश दिए। इस दौरान आईजी ने अपराधी पीड़िताओं से उनके घर-परिवार व रोजगार के संबंध में भी बातें की। उन्होंने यह भी कहा कि, यदि कभी भी कोई समस्या आए तो वे लोग उनसे मिल सकते हैं। इस दौरान आईजी ने खुलकर पीड़िताओं व उनके परिजनों से बात की।

रेंज आईजी रतनलाल डांगी ने अपराधों के पीड़ितों को बुलाकर उनको प्राप्त क्षतिपूर्ति व राहत राशि और प्रकरण के संबंध में एवं अन्य समस्याओं को सुना गया साथ ही इसका निराकरण करने के आदेश पुलिस अधिकारियों को दिए। बैठक में एसपी मुंगेली चंद्रमोहन सिंह, एसपी गौरेला-पेण्डा-मरवाही त्रिलोक बंसल, एएसपी अर्चना झा, एएसपी दीपमाला कश्यप, एसडीओपी माधुरी धीरही, एसआई किरण राजपूत सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

0.. जब तक आरोपी नहीं ढूंढ लेते चौकी में मत आना

एक मामले में विवेचक द्वारा आरोपी की मदद करने की बात सामने आई, इस पर आईजी रतनलाल डांगी भड़क उठे। उन्होंने तुरंत एसपी को फोन करके चेतावनी दी कि, विवेचक को यह सन्देश पहुंचा दें कि जब तक वह आरोपी को खोज नहीं लेता, तब तक वह चौकी में नहीं आएगा. आईजी के इस सख्त रूप को देख अधिकारी भी सहम गए।