देश की पहली MBA सरपंच, जिसने लाखों की नौकरी छोड़ ग्रामवासियों को चुना

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हम ऐसे समय में जी रहे हैं जहां लोग गांव को छोड़कर शहर की ओर तेजी से मुड़ रहे हैं. वहीं हमारे बीच कुछ ऐसे भी उदाहरण हैं, जिन्होंने लाखों की नौकरी और लग्जरी लाइफ को छोड़कर अपना जीवन ही ग्रामवासियों को सौंप दिया. ऐसा ही उदाहरण राजस्थान के टोंक जिले के सोड़ा पंचायत की सरपंच छवि राजावत (Chhavi Rajawat) हैं.छवि (Chhavi Rajawat Details) राजस्थान की पहली MBA सरपंच हैं. छवि राजावत का जन्म साल 1980 को राजस्थान के टोंक जिले के सोड़ा गांव में हुआ था, पुणे के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ माडर्न मैनेजमेंट से उन्होंने एमबीए किया. करीब 7 साल तक दिल्ली, मुंबई, जयपुर के कई कंपनियों में नौकरी की.

एक बार छवि (Chhavi Rajawat Wiki Age Bio) अपने गांव गई तो ग्रामीणों ने उन्हें सरपंच का चुनाव लड़ने को कहा. महानगर की जिंदगी जीने वाली छवि ने गांव और घरवालों के आग्रह पर मल्टीनेशनल कंपनी छोड़ दी और चुनाव में जुट गई. साल 2010 में वह चुनाव जीत गईं और इसी के साथ अपने नाम नया रिकॉर्ड दर्ज किया। गांव की सरपंच बनने के बाद सबसे पहले छवि (Chhavi Rajawat Sarpanch) के सामने पानी की समस्या आई. इस समस्या को दूर करने के लिए छवि ने महज 4 दिन के अंदर दोस्तों और घरवालों के सपोर्ट से 20 लाख रुपये जुटा लिए और गांव में तालाब का निर्माण किया. आज गांव में पानी की समस्या दूर हो गई है.

छवि (Chhavi Rajawat Photos) को सोडा के गांव में बाईसा के नाम से भी जाना जाता है. वे सरपंच का पद संभालने वाली सबसे कम उम्र की व्यक्ति हैं. उनके दादा जी ब्रिगेडियर रघुबीर सिंह भी छवि के चुनाव जीतने से 20 साल पहले इसी गांव के सरपंच रह चुके थे.