कोरबा। जिला पटवारी संघ के 18 सूत्रीय मांगों को लेकर दो दिवसीय काम बंद हड़ताल के कारण राजस्व का कामकाज ठप हो गया। मांग पूरा करने के लेकर संघ के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र कलेक्टर को सौंपा है।
हड़ताल के पहले दिन बुधवार को जिले के सभी पटवारी कार्यालय बंद रहा। इस संबंध जिला पटवारी संघ के अध्यक्ष दामोदर प्रसाद ने बताया कि शासन की ओर से अब पटवारियों की मांग और सुविधाओं की अनदेखी की जा रही है। पटवारियों को कंप्यटर और नेट सुविधा नहीं दी गई है पिᆬर से उन्हे आन लाइन काम करने के लिए कहा जा रहा है। ऐसे में काम करना संभव नहीं है, पत्र के माध्यम से शासन से सुविधा की मांग की गई है। अध्यक्ष ने बताया कि पदोन्नति के संबंध में अब तक विभागीय स्तर पर परीक्षा नहीं हुई है। शासन विभागीय परीक्षा आयोजित करे जिससे विभागीय कर्मचारियों को वरीयता का लाभ मिल सके। उन्होने के बताया कि प्रशासनिक अपᆬसरों की ओर से मानसिक शोषण करने में भी कोई कमी नहीं की जाती। स्थानीय स्तर पर उन्हे कहीं भी स्थानांतरण कर दिया जाता है। ऐसे में उन्हे समस्या का सामना करना पड़ता है। स्थानांतरण के मामले में समय सीमा निर्धारित किया जाय। पटवारियों का हड़ताल गुरूवार को भी जारी रहेगा। उल्लेखनीय है खेतों की पᆬसल गिरदावली की जिम्मेदारी शासन की ओर से पटवारियों को दी गई है। हड़ताल पर होने के कारण काम बंद है। गिरदावली को आगामी धान खरीदी से जोड़कर देखा जा रहा है। समय रहते काम पूरा नहीं होने पर किसानों को समस्या होगी। इस संबंध में अध्यक्ष का कहना है कि हड़ताल का उद्देश्य कार्य बाधित करना नहीं बल्कि पटवारियों की समस्या पर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराना है।