कोरबा।बालको पॉवर प्लांट ने एडवाइजरी जारी कर बालको कर्मियों की छंटनी की तैयारी कर ली है। यह पहली बार नही है जब बालको स्वेच्छा सेवानिवृति दे रही है। इससे पहले भी बालको के निजीकरण होने के बाद श्रमिको को स्वास्थ्य का हवाला देकर प्लांट से बाहर किया जा चुका है।
कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) प्रबंधन ने संशोधित स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना, 2000 के प्रावधानों के अंतर्गत अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लागू की गई है। जारी विज्ञप्ति में कोविड-19 का हवाला देते हुए कहा गया है कि बालको प्रबंधन ने योजना में अनेक प्रावधान हैं। जिसमे 50 वर्ष से अधिक उम्र के कर्मचारियों को ध्यान में रखकर योजना तैयार की गई है। प्रबंधन ने कर्मचारियों के लिए विशेष लाभप्रद बात कहते हुए कहा है कि जो कर्मचारी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं और कोरोना वाइरस के संक्रमण की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील हैं। उन्हें स्वास्थ्य गत कारणों से कंपनी से बाहर निकालने की रणनीति अख्तियार की गई है। इस छंटनी से स्वाभाविक है एक बार फिर बालको प्रबंधन और श्रमिको के बीच तकरार का सिलसिला शुरू होगा। बहरहाल बालको प्रबंधन के फैसले से हजारों श्रमिको के रोजी रोटी पर असर पड़ेगा।