बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर में गहरे कुएं में 12 घंटे से ज्यादा फंसे युवक ने अपनी हिम्मत से ना सिर्फ सभी को हैरान कर दिया बल्कि मौत को भी चकमा दे दिया।
जानकारी के अनुसार बाड़मेर जिले के खुमे की बेरी गांव के पूर्व उप प्रधान महेशाराम के घर कई साल से बंद पड़े कुंए की मजदूर खुदाई कर रहे थे। तीन फरमे बांधकर चार दिन से कुंए की खुदाई की जा रही थी। खुदाई के दौरान अचानक फरमे ढह गए। कुंए में नीचे खुदाई कर रहा आदम खां पुत्र जानू खां उसने दब गया। उसका भाई वरियाम खां और एक अन्य मजदूर अलीशेर खां कुंए के बाहर होने के कारण बच गए।
मजदूर के कुंए में दबने की सूचना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। इसमें प्रशासन, सिविल डिफेंस, बीएसएफ, जोधपुर एसडीआरएफ टीम और स्थानीय लोगों ने मदद की। जिला प्रशासन की टीमों के अलावा बीएसएफ जवानों की एक टुकड़ी भी मौके पर पहुंची। बीएसएफ जवान रस्सी के सहारे कुंए में उतरे और मजदूर के लिए ऑक्सीजन सप्लाई शुरू की गई।
रेस्क्यू टीमों के लिए मजदूर को बाहर निकालना किसी चुनौती से कम नहीं था। कुंए की रेत खिसकने का खतरा लगातार बना हुआ था। ऐसे में रात करीब 9 बजे रेत रोकने के लिए लोहे का एक नया फरमा तैयार किया गया। इसके बाद रेस्क्यू टीमों ने रेत हटाने का काम शुरू किया। करीब एक घंटे बाद आदम के कमर के ऊपर तक की रेट को हटा लिया गया था, इसके बाद उसे खाने-पीने का सामान दिया गया