कोरबा। लगातार बढ़ रहे डीजल के दाम से परेशान ट्रक मालिकों ने आखिरकार गाड़ियां खदानों में खड़ा करने का निर्णय लिया है। बढ़ती डीजल के दाम के हिसाब से भाड़ा बढ़ाने का यह अनोखा आन्दोलन सोमवार की सुबह से शुरू हो रहा है।
रविवार को प्रेस क्लब तिलक भवन में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान ट्रक मालिक एसोसिएशन के अध्यक्ष सुबोध सिंह ने कहा कि पिछले दस साल में डीजल का दाम 60 रुपये से 90 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया और भाड़ा जस की तस है।डीजल के दाम में वृध्दि होने से वाहन मालिक गाड़ी का किश्त जमा नही कर पा रहे है। ऐसे में वाहन मालिकों को भारी नुकसान हो रहा है। इसलिए वाहन मालिको ने निर्णय लिया है कि अब जब तक भाड़ा वृद्धि नही होगा तब तक वाहनो को खड़ा रखेंगे। ट्रक मालिक एसोसिएशन के नेतृत्व में होने वाली इस आंदोलन के लिए प्रशासन के साथ सभी कंपनियों को अवगत करा दिए है। सोमवार से शांति पूर्ण ढंग से आंदोलन करते हुए सभी खदानों के समीप वाहनों को खड़ा कर वाहनों का परिचालन बंद करेंगे।उन्होंने कहा कि डीजल के दाम में रोजाना वृद्धि हो रही है, इसके बावजूद भाड़ा पुराने दर से दिया जा रहा है। ट्रक मालिकों के सामने गंभीर आर्थिक संकट उत्पन्ना हो गया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि फैक्ट्री मालिकों को भाड़ा बढ़ाने के लिए पत्र लिखा गया है, पर अभी तक कोई पहल नहीं कई है। ट्रक मालिक संघ के प्रमुख सदस्य सुबोध सिंह ने कहा कि जब तक ट्रक मालिकों की मांग पूरी नहीं होती तब तक धरना जारी रखेंगे। एक मार्च के बाद अपने सभी वाहनों को चक्काजाम करेंगे। प्रशासन को मांग पूरी करने पहल करना चाहिए। डीजल रेट बढ़ने के बाद भी भाड़ा यथावत है। इससे ट्रक मालिक कर्ज के बोझ तले दब रहा है। कांग्रेस नेता व ट्रक मालिक एसोसिएशन के संरक्षक तनवीर अहमद ने कहा की ट्रक मालिकों की मांग जायज है। भाड़े में वृद्धि होना बहुत जरूरी है, अगर भाड़ा नहीं बढ़ा तो ट्रक मालिक की स्थिति और खराब हो जाएगी।