The duniyadari news.बिहार विधानसभा चुनाव के रिजल्ट (Bihar chunav result) आने के बाद कांग्रेस चर्चा में है। महागठबंधन खेमे के घटकदल सीपीआई- एमएल के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य से लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर जैसे वरिष्ठ नेता पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं। इन्हीं खबरों के बीच एक खबर आई कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पटना आए हैं। भूपेश बघेल (Bhepesh Baghel) के पटना दौरे की खबर के साथ कई तरह की अटकलों पर भी राजनीतिक गलियारे में चर्चा शुरू हो गई है।
बिहार विधानसभा चुनाव के रिजल्ट (Bihar chunav result) आने के बाद कांग्रेस चर्चा में है। महागठबंधन खेमे के घटकदल सीपीआई- एमएल के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य से लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर जैसे वरिष्ठ नेता पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं शुक्रवार को कांग्रेस के विधायक दल की बैठक में कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की की घटना के बाद ये भी चर्चा शुरू हो गई है कि क्या पार्टी एक बार फिर से टूटने वाली है। वहीं दूसरी तरफ एनडीए के नेता जीतन राम मांझी कांग्रेस के विधायकों से अपील कर रहे हैं कि वह नीतीश सरकार को मजबूत करें। इन्हीं खबरों के बीच एक खबर आई कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पटना आए हैं। भूपेश बघेल (Bhepesh Baghel) के पटना दौरे की खबर के साथ कई तरह की अटकलों पर भी राजनीतिक गलियारे में चर्चा शुरू हो गई है। इन्हीं में से एक चर्चा ये भी है कि क्या कांग्रेस इस बार बीजेपी से मध्य प्रदेश, कर्नाटक और गोवा का हिसाब चुकता करने की कोशिश में है।
भूपेश बघेल की क्या है प्लानिंग?
सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि भूपेश बघेल को पार्टी अलाकमान से विशेष निर्देश हैं कि वह बिहार चुनाव में कांग्रेस के सभी 19 विधायकों से एक-एक कर मिलें। साथ ही उन विधायकों को पार्टी के साथ एकजुट बनाए रखने की कोशिश करें। माना जा रहा है कि भूपेश बघेल इस वक्त कांग्रेस के एक मजबूत नेता हैं और भरोसे और विश्वास के साथ छत्तीसगढ़ में सरकार चला रहे हैं। ऐसे में उनकी ओर से दिए जाने वाले भरोसे का असर कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों पर खास रहेगा।
सूत्रों का कहना है कि भूपेश बघेल को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के विकल्प तैयार करें। कांग्रेस आलाकमान का निर्देश है कि अगर बघेल दी गई इस खास जिम्मेदारी को पूरा करने में सफल होते हैं तो पार्टी इसे गोवा और मध्य प्रदेश में बीजेपी की ओर से दिए झटके की भरपाई मानेगा।
यहां बता दें कि कांग्रेस के विधायकों में तोड़फोड़ कर बीजेपी सरकार बनाकर चला रही है। इसके अलावा साल 2017 में बिहार में भी बीजेपी ने नीतीश कुमार को महागठबंधन से अलग कर सरकार का गठन कर लिया था। इन तीन-चार मौकों पर कांग्रेस को बीजेपी झटके दे चुके है। इस वजह से कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व पर सवाल उठते रहे हैं। ऐसी ही कोशिश राजस्थान में भी हो चुकी है, लेकिन जैसे तैसे सचिन पायलट के मान जाने पर सरकार बची हुई है।