न्यूज डेस्क । एक आईएएस अफसर पर जिम्मेदारी होती है कि वो अपने जिले की उन्नति के लिए काम करे. ऐसी योजनाएं लागू करें जिससे लोगों का हित हो. गांव हो या शहर हर जगह व्यवस्थाएं बनी रहें. लेकिन अगर कोई अधिकारी भ्रष्टाचार करके भागे तो क्या ही कहेंगे. मामला असम है. एक महिला आईएएस को ऐसी लालच सवाल हुई कि वो सरकार का पैसा अपने दामाद को भेज दी. मामले का खुलासा हुआ तो अधिकारियों के हक्के बक्के छूट गए. इस अधिकारी का नाम सेवाली देवी शर्मा है.
असम में 105 करोड़ रुपए के घोटाले में फरार निलंबित महिला IAS समेत 3 आरोपी अजमेर में गिरफ्तार हुए हैं. असम और अजमेर पुलिस ने होटल में छापा मारकर निलंबित महिला अधिकारी को अरेस्ट किया है. निलंबित IAS सेवाली देवी शर्मा (sewali devi sharma) और उनके दामाद अजीत पाल सिंह, राहुल अमीन समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
अजमेर से गिरफ्तार
निलंबित आईएएस अपने दामाद और घरेलू नौकरानी सहित 3 लोगों के साथ अजमेर के कोतवाली इलाके में होटल क्रॉस लेन में ठहरी हुई थी. निलंबित आईएएस सेवाली दो दिन पहले फरारी काटते हुए अजमेर पहुंचीं थीं. महिला आईएएस पर दामाद संग मिलकर 105 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है. कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पुलिस असम रवाना हो गई है.
IAS पर गंभीर धाराओं में मामला दर्ज
निलंबित IAS सेवाली देवी शर्मा पर आरोप है कि वह 2017 से 2020 तक SCERT के एक्जीक्यूटिव की पोस्ट पर थीं. पद पर रहने के दौरान सेवाली देवी शर्मा ने सरकार की बगैर अनुमति के पांच बैंक अकाउंट खुलवाए थे. इसके बाद पेशे से कॉन्ट्रैक्टर अपने दामाद अजीत पाल सिंह की मदद से बिना कोई वर्क ऑर्डर जारी किए बैंक खाते से 105 करोड़ रुपए निकाल लिए. यह घोटाला सामने आने पर असम सरकार ने आईएएस सेवाली देवी शर्मा को सस्पेंड कर दिया. इस घोटाले में असम के कामरूप जिले के विजिलेंस थाने में पिछले दिनों केस दर्ज हुआ था. एफआईआर में आपराधिक षड्यंत्र, 420, गबन समेत कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं.