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कोरबा। रेत का ठेकेदार रेट बढ़ाने की फ़िराक में घाट का संचालन नहीं कर रहे है। शासन के आदेश बाद भी रेट घाटों का सञ्चालन शुरू नहीं किया जा सका है। आदेश के बाद भी रेत की निकासी न होने से दाम सातवे आसमान पर है। वही खदान शुरू करने की घोषणा के बाद अवैध रेत की निकासी पर रोक लगाने ठेकेदार खुद कमान संभाले है। इससे रेत की दाम में और उछाल आ गया है।
16 अक्टूबर से जिले के 15 स्वीकृत रेत घाटों से रेत की निकासी लीजधारकों को अनुमति दी गई है। इस वर्ष 19 रेत घाटों की स्वीकृति निविदा प्रक्रिया के तहत मिली है। 19 स्वीकृत घाटों में कटघोरा विकासखंड में सात, कोरबा में एक, पाली में एक, करतला में पांच व पोड़ी विकासखंड में एक रेत घाट शामिल हैं। 15 घाटों से रेत का उत्खनन 16 अक्टूबर से शुरू हो करने अनुमति दी है । स्वीकृत रेत घाटों में से हसदेव नदी पर आठ, अहिरन नदी पर पांच, बम्हनी नदी पर दो, देउर नाला, टेटी नदी, सोन नदी और खारून नदी पर एक-एक घाट स्वीकृत है। इसके बाद भी ठेकेदार रेत निकासी में रूचि नहीं ले रहे है।