कोरबा । कोरोना काल में मंदे पड़े काम-धंधों के बाद अब खाद्य सामग्री की तेजी से बढ़ती कीमतों ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। सब्जियों के बाद अब रिफाइंड, सरसों का तेल, चना दाल, मलका दाल, मटर, मूंग दाल, उड़द और अरहर दाल शतक के पार पहुंच गये हैं। ऐसे में लोगों की थाली से सब्जी के बाद अब दालें भी गायब होने लगी हैं।अरहर दाल के दाम पिछले दो-तीन महीने पहले 85 से 95 रुपये तक चल रहे थे लेकिन अब ये बढ़ कर 135 रुपये तक पहुंच चुके हैं. मूंग और मसूर की कीमत भी बढ़ी हुई है. सिर्फ मटर दाल में राहत है. आढ़तियों का कहना है अरहर के दाम में बढ़ोतरी का असर दूसरी दालों पर भी पड़ सकता है. फिलहाल मूंग दाल 130 रुपये किलो, चना दाल 80 और उड़द दाल 150 रुपये किलो बिक रहे हैं. मसूर दाल 85 से 100 रुपये तक बिक रही है।
स्टाक नहीं निकाल रहे जमाखोर
ऐसे में महिलाओं के लिए रसोई का बजट बनाना मुश्किल हो रहा है। वहीं, दालों के थोक विक्रेताओं का कहना है कि अधिकतर दालें महाराष्ट्र से आती हैं और इस समय वहीं से दालें कम आ रही हैं। दूसरा सबसे बड़ा कारण है जमाखोरी। व्यापारी माल की अच्छी कीमत वसूलने के लिए स्टाक नहीं निकाल रहे हैं। इस वजह से भी दालों की कीमतों में इजाफा हुआ है।