कोरबा। लाल मैदान दर्री में पहली बार रावण दहन का आयोजन नहीं होगा। कोरोना को देखते हुए एचटीपीपी ने आयोजन को निरस्त करने का निर्णय लिया है। दरी स्थित लाल मैदान में दशकों से रावण दहन का आयोजन होता रहा है। पिछले साल 105 फुट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया था। एक घंटे तक की गई रंग बिरंगी आतिशबाजी लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहता था।
विजयादशमी पर शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले रावण दहन पर कोरोना का इफेक्ट दिख रहा है । सबसे आकर्षण का केंद्र लाल मैदान एचटीपीपी का रावण पर भी असर देखने को मिल रहा है । यहां सबसे ऊंचा 105 फीट का पुतला बनाया जाता था। यहां का रावण दहाड़ और रंग बिरंगी आतिशबाजी देखने बनती थी। इस वर्ष दशहरा उत्सव पर ग्रहण लग गया है। एचटीपीपी प्रबंधन ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन में ज्यादा भीड़ एकत्र नहीं होने देने के निर्देशों के कारण यह निर्णय लिया गया है।प्रबंधन का मानना है कि हर साल 10 हजार से ज्यादा लोग रावण दहन देखने आते हैं। अगर आयोजन होता है तो इस भीड़ को रोकना संभव नहीं है। छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जनरेशन कम्पनी लिमिटेड ने दशहरा उतसव सिमिति की बैठक बुलाया था। जिसमे कोरोना काल कॉम देखते हुए इस वर्ष लाला मैदान में रावण दहन को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। बैठक में कहा गया कि कोरोना वायरस के चलते गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार किसी भी प्रकार के धार्मिक जुलूस या कार्यक्रम का आयोजन निर्धारित संख्या के अनुरूप होना चाहिए, लेकिन रावण दहन में हजारों लोग आने की संभावना को देखते हुए कोरोना गाइड लाइन का पालन कराना संभव नहीं था। ऐसे में सभी से राय लेने के बाद रावण दहन सहित अन्य आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया है। इतने लोगों की स्कैनिंग करना संभव नहीं गृह मंत्रालय की गाइडलाइन में साफ किया गया है कि आयोजन सीमित संख्या में होंगे। कलेक्टर से अनुमति लेनी होगी। इसमें भी सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क अनिवार्यता है। हर व्यक्ति की स्कैनिंग करनी होगी और सेनिटाइजेशन होगा। दो घंटे के कार्यक्रम में एक साथ आने वाली भीड़ की स्केनिंग करना और हर एक को सेनिटाइज करना संभव नहीं होता। इस कारण समारोह निरस्त किए गए है। कोरोना के कारण सभी कार्यक्रम निरस्त किए गए हैं। आपको बताते चले कि पिछले कई वर्षो से छत्तीसगढ़ पावर जेनरेशन  ने इन कार्यक्रमों की जिम्मेदारी ली थी।