कोरबा । चुनाव के बाद पहली बार होने जा रही सामान्य सभा को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। सत्ता पक्ष का वर्चस्व कायम रहेगा या विपक्ष उस हावी होगी यह बैठक में पता चलेगा लेकिन नगर विकास की आस लगाए बैठी जनता के लिए भी राह आसान होती दिखाई नहीं दे रही है। पक्ष विपक्ष की आतंरिक सांठगांठ से स्वार्थ की राह ने जनता को कहीं न कहीं से परेशान कर रखा है। आम जनता इसे बखूबी समझ रही है। सभा में भले ही प्रस्तावों की झड़ी लग जाये लेकिन जनता के हिस्से में सिवाए परेशानी और इंतजार के कुछ नहीं है।
नगर निगम चुनाव के बाद अभी तक एक भी सामान्य सभा नहीं हो सकी। तीन बार तिथि निर्धारित होने के बाद स्थगित हुई सभा अब 12 अक्टूबर को बुलाई जा रही है। सभी पार्षदों को एजेंडा व बैठक की सूचना भेज दी गई है। इस दौरान लगभग 22 एजेंडा सदन पटल में रख कर पारित किए जाएंगे।
नगर निगम के सभापति श्यामसुंदर सोनी ने सामान्य सभा की एक बार फिर तिथि निर्धारित कर सूचना भी जारी कर दी और निगम अमला बैठक की तैयारी जुट गया है। बताया जा रहा है कि सामान्य सभा में राजस्व-संपदा से संबंधित मुद्दे, वार्ड समिति का गठन, जल आवर्धन योजना, व्यावसायिक काम्प्लेक्स, भवन, दुकान व हाल के नवीनीकरण समेत अन्य प्रस्ताव रखे जाएंगे। इसके साथ ही शहर में होर्डिंग लगाने का एजेंडा भी शामिल किया गया है। राज्य शासन से अनुमोदित बजट को सामान्य सभा में नहीं रखा जाएगा, जबकि निगम एक्ट के तहत सामान्य सभा में प्रस्तुत किए जाने का प्रावधान है। कोविड-19 के तहत फिजिकल डिस्टेंस का पालन करने सभा ट्रांसपोर्ट नगर स्थित राजीव गांधी आडिटोरियम में आयोजित की जाएगी, क्योंकि निगम का हाल 67 वार्ड पार्षद समेत अफसरों के बैठने के लिए छोटा पड़ रहा है।