रायपुर।मरवाही विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा आदिवासी वोटरों तक पहुंचने के लिए अब सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। मरवाही के अंदरूनी इलाकों में भले ही इंटरनेट और सोशल मीडिया की दखल कम हो, लेकिन नेता एक-दूसरे के खिलाफ जमकर बयानबाजी कर रहे हैं। नामांकन दाखिले के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय लगातार मरवाही का दौरा कर रहे हैं। वहीं अन्य नेता सोशल मीडिया पर माहौल बनाने में जुटे हुए हैं। भाजपा ने सोशल मीडिया पर मरवाही विथ भाजपा कैंपेन शुरू किया है। इसमें प्रदेश स्तर से लेकर जिला स्तर के नेता पोस्ट कर रहे हैं।

भाजपा नेता सोशल मीडिया पर शराबबंदी के वादे से लेकर प्रदेश में रोजगार और जोगी परिवार के सदस्यों के नामांकन को निरस्त करने के मुद्दे को उठा रहे हैं। राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय ने ट्वीट किया-अंबिकापुर की चोटी से अबूझमाड़ के जंगलों तक हर छत्तीसगढ़िया इस तुगलकी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ है। जनता ने मरवाही में विरोध दर्ज कराने और कमल खिलाने का मन बना लिया है। गंगाजल के वचन को तोड़ने वाली सरकार को जनता मरवाही में सबक सिखाएगी। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने ट्वीट किया-छत्तीसगढ़ में अघोषित आपातकाल के हालात हैं। विपक्ष और मीडिया को दबा दिया गया है। कोई पुलिसवाला सही कार्रवाई करे तो तबादला उद्योग उसे निपटा देगा। विपक्ष पर सीधा एफआइआर उद्योग एक्टिव है। मरवाही के चुनाव प्रभारी अमर अग्रवाल ने कहा, कांग्रेस पार्टी के कुशासन को पूरा प्रदेश देख रहा है और अपने गुस्से को जाहिर करने के समय का इंतजार कर रहा है। मरवाही की जनता अपना गुस्सा ईवीएम पर निकालेगी।
पूर्व विधायक अमित जोगी, ऋचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र निरस्त होने के बाद उनके बचाव में उतरी भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए बस्तर लोकसभा सांसद दीपक बैज ने कहा कि रमन सिंह और भाजपा अपनी सत्ता बचाने के लिए 15 साल तक नकली आदिवासी को कानूनी कार्रवई से बचाते रहे हैं। इन लोगों ने जोगी के जाति प्रमाण पत्र निरस्तीकरण की कार्रवाई को गलत ठहराकर प्रदेश के आदिवासी समाज का अपमान किया है।