रायगढ़ : सरकारी शराब दुकानों में कोविड गाइडलाइन की अनदेखी, शहर के मध्य स्थित दो शराब दुकान के 4 कर्मियों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद भी शराब दुकानों को बंद नहीं किया गया है। सभी कर्मियों का कोरोना टेस्ट किया गया। इनमें से जिनका नेगेटिव आया उन्हें सेल्फ आइसोलेशन में रहने को कहा गया है लेकिन आबकारी विभाग को सिर्फ पैसे से ही मतलब है फिर चाहे वो जान किसी जान ही दांव पर न लगा हो।

आबकारी विभाग नोवल कोरोना वायरस के गाइडलाइन का खुला उल्लंघन कर रहा है। इसकी जगह कोई और होता तो उस पर तुरंत माहमारी एक्ट के तहत कार्रवाई हो जाती। ठेके के कर्मचारी डरे हुए हैं और नौकरी छोड़ने का मन बना चुके हैं। नाम न बताने की शर्त पर वे एक साथ कहते हैं कि काम के नाम पर उनकी जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। शराब से सबसे ज्यादा सरकार को कमाई होती है और उसी को बेचने वालों की हालत बदतर है। इस कोरोना काल में हमारी जान की कोई कीमत नहीं है।