पंजाब की दस महीने पुरानी भगवंत मान सरकार (Bhagnwat Mann Government) लगातार एक के बाद एक विवादों में घिरती जा रही है। मान सरकार पर विपक्ष भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाता ही रहा है। अब सरकार ने खुद अपने एक कदम से विपक्ष को इस आरोप को और हवा देने का मौका दिया है।
सरकारी वेबसाइट पर कैसे आई फैक्टशीट?
सरकार के इनवेस्ट पंजाब वेबसाइट पर गुलमोहर केस (Punjab Gulmohar Case) से जुड़ी एक फैक्टशीट अपलोड कर दी गई। इस केस में आईएएस नीलिमा पर एफआईआर हुई है। आईएएस नीलिमा पर आरोप है कि उन्होंने निजी रियल एस्टेट कंपनी को इंडस्ट्रियल प्लॉट अलॉट कर दिया। सरकारी वेबसाइट पर जो फैक्टशीट अपलोड की गई, उसमें उन सब सवालों के जवाब थे, जिनके आधार पर नीलिमा के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है।
सरकार से जवाब देते नहीं बन रहा
बताया जाता है कि नीलिमा को निर्दोष साबित करने के लिए आईएसएस एसोसिएशन की ओर से मुख्यमंत्री को यह फैक्टशीट दी गई थी। लेकिन, यह सरकारी वेबसाइट पर कैसे अपलोड हो गई, इस बारे में सरकार से जवाब देते नहीं बन रहा। सीएम भगवंत मान के अडीशनल चीफ सेक्रेटरी वेणु प्रसाद का कहना है कि उन्हें इस बारे में कुछ पता नहीं, वह मालूम करेंगे कि सरकारी वेबसाइट पर दस्तावेज कैसे अपलोड हुआ।
सवाल हुए तो वेबसाइट से हटाए दस्तावेज
जब इस बारे में इंडियन एक्सप्रेस की कंचन वासदेव की ओर से कई अफसरों से सवाल पूछे जाने लगे तो सरकारी वेबसाइट पर डाली गई फैक्टशीट हटा ली गई। यह वेबसाइट पंजाब सरकार के उद्योग व वाणिज्य विभाग द्वारा चलाई जाती है। सीएम भगवंत मान के अडीशनल चीफ सेक्रेटरी वेणु प्रसाद का कहना है कि उन्हें इस बारे में कुछ पता नहीं, वह मालूम करेंगे कि सरकारी वेबसाइट पर दस्तावेज कैसे अपलोड हुआ।
आईएएस एसोसिएशन हुआ आक्रामक
पंजाब (Punjab) में आईएएस अधिकारी नीलिमा (IAS Officer Neelima) के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम (Prevention of Corruption Act) के तहत मामला दर्ज किया गया है तो आईएएस एसोसिएशन विरोध में उतर गया है। यही नहीं, कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए संगठन चंदा भी वसूल रहा है।
IAS Neelima पर केस का सहयोगियों ने किया विरोध
आईएएस अफसर नीलिमा के मामले में आईएएस बिरादरी ने विरोध किया। नीलिमा पर आरोप है कि उन्होंने एक इंडस्ट्रियल प्लॉट गलत तरीके से रियल एस्टेट फर्म मेसर्स गुलमोहर टाउनशिप प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर कर दिया। आईएएस एसोसिएशन खुल कर नीलिमा के समर्थन में उतर गया है। ऐसोसिएशन न केवल नीलिमा पर कार्रवाई को कोर्ट में चुनौती देने के लिए चंदा जुटा रहा है, बल्कि सीएम भगवंंत मान को धमका भी रहा है कि अगर एफआईआर वापस नहीं ली गई तो वे हड़ताल पर जाएंगे।