भोपाल. मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा चुनाव के परिणाम तय करेंगे की मध्यप्रदेश की वर्तमान सरकार सत्ता में रहेगी या फिर एक बार सत्ता परिवर्तन होगा। उपचुनाव में भाजपा की तरफ से ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान बड़े चेहरे हैं और इन्हीं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। ग्वालियर-चंबल संभाग के जिन 16 सीटों पर उपचुनाव होने हैं उन पर बीजेपी के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रतिष्ठा दांव पर है क्योंकि इस क्षेत्र को ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ कहा जाता है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की प्रतिष्ठा के अलावा ग्वालियर चंबल में शिवराज कैबिनेट के 7 मंत्री की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। वहीं, 28 सीटों की बात करें तो शिवराज सरकार के 14 मंत्री इन चुनावों में संभावित उम्मीदवार हैं और इन सबको अपनी साख बचाने की जिम्मेदारी है।
भाजपा के एक-एक कार्यकर्ता की प्रतिष्ठा
बीजेपी नेताओं का कहना है कि इस उपचुनाव में किसी एक या दो नेता की नहीं बल्कि भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं की प्रतिष्ठा दांव परलगी हुई है। यह केवल मंत्रियों की अग्नि परीक्षा नहीं बल्कि बीजेपी के एक-एक कार्यकर्ता की अग्निपरीक्षा है, क्योंकि बीजेपी में व्यक्तिगत कुछ नहीं होता है जो होता है सामूहिक होता है।