कोरबा। बच्चों को विलक्षण प्रतिभाशाली बनाने एवं बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए “बच्चे रहे स्वस्थ” योजनान्तर्गत पतंजलि चिकित्सालय निहारिका में 11 अक्टूबर 2020 रविवार को रवि पुष्य नक्षत्र में आयुर्वेदिक इम्यूनाईजेसन प्रोग्राम के तहत बच्चों को स्वर्ण बिन्दु प्राशन ड्रॉप्स पिलाकर आयुर्वेद पद्धति से टीकाकरण किया गया।
स्वर्ण बिन्दु प्राशन संस्कार के बारे में बताते हुए संस्थान के चिकित्सक वैद्य डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा ने बताया कि स्वर्ण बिन्दु प्राशन से बच्चो की रचनात्मक एवम क्रियात्मक विकृतियां दूर होकर बच्चे विलक्षण और प्रतिभाशाली बनते है। स्वर्ण बिन्दु प्राशन का प्रयोग न केवल बच्चों के लिये बल्कि गर्भ के अंदर अपरिपक्व शिशु के विकास के लिए भी उपयोगी है अनेक माताएं जिनके शिशु का मानसिक विकास अवरूद्ध हो जाता है जिसकी वजह से शिशु को जन्म नही दे पाती या जन्म देने में समस्या आती है उनके लिए भी यह स्वर्ण बिन्दु प्राशन लाभदायक सिद्ध होता है। इसमें प्रयुक्त स्वर्ण भस्म शरीर के प्रत्येक कोशिकाओं में प्रवेश कर वहां के असंतुलन और विकृति को सही करता है । स्वर्ण बिन्दु प्राशन को पुष्य नक्षत्र में पिलाये जाने पर इसके चमत्कारिक परिणाम देखने को मिलते है क्योंकि इस दीन सूर्य , चंद्रमा, वायु, और पृथ्वी से विशेष ऊर्जा निकलती है साथ ही इस दिन ग्रहों की शक्तियां भी ज्यादा होती है जिसकी वजह से इसका विशेष लाभ मिलता है । स्वर्ण भस्म के अलावा मुख्य रूप से इस औषधि में शहद एवम घी का प्रयोग होता है जो शरीर मे रोगाणुओं से लड़ने के लिए शरीर मे एंटीबॉडीज की प्रक्रिया को उत्प्रेरित करते हैं।संस्थान द्वारा प्रत्येक माह के पुष्य नक्षत्र में बच्चों को स्वर्ण बिन्दु प्राशन संस्कार कराया जाता है उसी कड़ी में अगला स्वर्ण बिन्दु प्राशन संस्कार नवंबर माह में 8 नवंबर 2020 रविवार को रवि पुष्य नक्षत्र में कराया जायेगा ।स्वर्ण बिन्दु प्राशन संस्कार में डॉ.नागेन्द्र नारायण शर्मा के अलावा श्रीमती प्रतिभा शर्मा, नेत्रनन्दन साहू, चक्रपाणि पांडेय, कमल धारिया, अश्विनी बुनकर, सिद्धराम साहनी, रोशन कुंजल एवं राकेश इस्पात ने विशेष रूप से उपस्थित होकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।