स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सुनी पीएम मोदी की ‘मन की बात’, स्वास्थ्य और स्वच्छता पर चर्चा का लिया संज्ञान

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The Duniyadari: रतनपुर- छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज रतनपुर स्थित अपने कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम “मन की बात” का सामूहिक श्रवण क्षेत्र के नागरिकों एवं कार्यकर्ताओं के साथ किया। यह अवसर ना केवल प्रधानमंत्री के विचारों को सुनने का था, बल्कि जनसंपर्क और जनसमर्पण का भी एक सशक्त उदाहरण बन गया। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह कार्यालय परिसर में एकत्रित लोगों के साथ हुई, जहां मंत्री जायसवाल ने प्रधानमंत्री के संबोधन को ध्यानपूर्वक सुना और उपस्थितजनों को भी कार्यक्रम के संदेशों को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।

प्रधानमंत्री के विचारों को बताया मार्गदर्शक

“मन की बात” कार्यक्रम की इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की विभिन्न सकारात्मक गतिविधियों, युवाओं की उपलब्धियों, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक योगदान को रेखांकित किया। मंत्री जायसवाल ने प्रधानमंत्री के विचारों को जनमानस के लिए अत्यंत प्रेरणादायक और दिशा देने वाला बताया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री जी का यह कार्यक्रम जनसंवाद का अनोखा माध्यम है, जो हर नागरिक को देश की उन्नति में भागीदार बनने की प्रेरणा देता है।” उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे प्रधानमंत्री की बातों को केवल सुनें नहीं, बल्कि उन्हें अपने जीवन में उतारें। स्वच्छता, जल संरक्षण, तकनीकी नवाचार और सामाजिक सेवा जैसे विषयों पर विशेष ध्यान देने की बात मंत्री ने दोहराई।

जनदर्शन में आमजनों से सीधे संवाद “मन की बात” कार्यक्रम के उपरांत जायसवाल ने अपने कार्यालय परिसर में जनदर्शन का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में आम नागरिकों ने हिस्सा लिया। लोग विभिन्न समस्याएं लेकर पहुंचे — जिनमें स्वास्थ्य सेवाएं, पेंशन संबंधी परेशानियां, राशन कार्ड में त्रुटियां, विद्युत आपूर्ति की दिक्कतें और स्थानीय सड़क समस्याएं प्रमुख रहीं।

मंत्री जी ने हर नागरिक की बात को गंभीरता से सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को मौके पर ही त्वरित समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “जनता की समस्या का समाधान प्राथमिकता है, कोई भी शिकायत लंबित नहीं रहनी चाहिए।” एक वरिष्ठ नागरिक, रामलाल वर्मा, जो अपनी पेंशन अटकने की शिकायत लेकर पहुंचे थे, ने कहा, “मंत्री जी ने तुरंत अफसर को फोन कर समाधान के निर्देश दिए, हमें उम्मीद है कि अब हमारी समस्या हल हो जाएगी।”

स्वास्थ्य विभाग के मंत्री होने के नाते जायसवाल ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर भी विशेष ध्यान दिया। ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति, एम्बुलेंस सेवाएं, टीकाकरण कार्यक्रमों की स्थिति, गर्भवती महिलाओं के लिए उपलब्ध सुविधाओं आदि पर उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि, “स्वास्थ्य सुविधाएं जनजीवन की रीढ़ हैं, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी नागरिक उपचार से वंचित न रहे।”