Monday, June 16, 2025
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8 पत्नियों के साथ रहता है युवक, सबके साथ रोमांस के लिए तय किया समय!

न्यूज डेस्क। एक ही घर में 8 पत्नियों के साथ रहने वाले शख्स की कहानी सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही है. इस शख्स का नाम ऑन्ग डैम सोरोट (Ong Dam Sorot) है, जो थाइलैंड (Thailand) का रहने वाला है. सोरोट को अपनी हर एक पत्नी से पहली नजर में प्यार हुआ.

पेशे से Tattoo आर्टिस्ट सोरोट की 8 पत्नियां (Artist Eight Wives) हैं. दिलचस्प बात ये है कि उनकी सभी पत्नियां बिना मनमुटाव के एक साथ एक ही घर में रहती हैं. वे सभी ऑन्ग डैम सोरोट से बहुत प्यार करती हैं और उसे दुनिया का सबसे सज्जन आदमी मानती हैं.

सोरोट ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि उनकी पत्नियां चार अलग-अलग बेडरूम में सोती हैं और “अपने पति के साथ सोने के लिए अपनी बारी का इंतजार करती हैं.”

शख्स की हैं 8 पत्नियां

Oddity Central के अनुसार, टैटू आर्टिस्ट सोरोट एक टीवी शो में नजर आने के बाद चर्चा में आ गए. टीवी शो में इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि उनकी 8 पत्नियां एक-दूसरे के साथ काफी अच्छी तरह से रहती हैं और वे सभी एक “सामंजस्यपूर्ण पारिवारिक संबंध” साझा करती हैं. उनके इस इंटरव्यू को अकेले YouTube पर 30 लाख से अधिक बार देखा गया.

 

अलग-अलग पत्नियों से मिलने की दिलचस्प कहानी

इंटरव्यू के दौरान सोरोट ने बताया कि वो किस तरह अपनी पत्नियों से मिले थे. सोरोट कहते हैं कि हर बार उन्हें पहली नजर में प्यार हुआ. वो अपनी पहली पत्नी नोंग स्प्राइट से एक दोस्त की शादी में मिले थे. जबकि दूसरी पत्नी नोंग एल से उनकी मुलाकात बाजार में हुई थी. हैरानी की बात यह है कि नोंग एल सोरोट की पहली पत्नी के बारे में जानने के बावजूद उनके साथ शादी के बंधन में बंधने के लिए तैयार हो गई.

सोरोट अपनी तीसरी पत्नी से अस्पताल में मिले थे, जबकि चौथी, पांचवीं और छठी पत्नियों से मुलाकात क्रमशः सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम, फेसबुक और टिकटॉक पर हुई.

इसके बाद मां के साथ धार्मिक स्थल जाते वक्त सोरोट की मुलाकात सातवीं पत्नी नॉन्ग से हुई और फिर आठवीं पत्नी नॉन्ग माई से वो छुट्टियों के दौरान मिले थे, जहां उनकी अन्य पत्नियां भी मौजूद थीं.

क्या कहती हैं पत्नियां?

रिपोर्ट के मुताबिक, सोरोट की सफल शादी का राज उसका आकर्षक लेकिन देखभाल करने वाला स्वभाव लगता है. टीवी चैनल से बात करते हुए, उनकी सभी पत्नियों ने सर्वसम्मति से सहमति व्यक्त की कि वह “बहुत देखभाल करने वाले और विचारशील व्यक्ति हैं.” पत्नियों ने एकमत होकर यह भी कहा- “वह हमारे साथ बहुत अच्छा व्यवहार करते हैं, हमारे पास झगड़ने की कोई बात नहीं है.”

 

यह पूछे जाने पर कि महिलाओं ने ऐसे पुरुष से शादी करने का फैसला क्यों किया, जो पहले से ही शादीशुदा था, तो सभी महिलाओं ने सहमति व्यक्त की कि वे “उसके प्यार में पागल थीं.” महिलाओं ने इन अफवाहों को खारिज किया कि उन्होंने पैसे के लिए शादी की.

रेलवे को NTPC ने लिखी चिट्ठी- अनजाने में हो रही हमारी बदनामी, एग्जाम का बदलें नाम

नई दिल्ली: रेलवे भर्ती बोर्ड परीक्षा (Railway recruitment board exam) को लेकर बेवजह आलोचना का सामना कर रही देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी (National Thermal Power Corporation Limited) ने रेलवे को पत्र लिखकर बोर्ड द्वारा आयोजित ‘गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (एनटीपीसी)’ की परीक्षा का नाम बदलने का आग्रह किया है. रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा के आरंभिक चरण में अभ्यर्थियों की छंटनी को लेकर काफी विवाद हो रहा है और इसके खिलाफ पिछले एक सप्ताह से छात्र प्रदर्शन भी कर रहे हैं. दरअसल, रेलवे की परीक्षा के संक्षिप्त नाम के लिए एनटीपीसी रेलवे भर्ती बोर्ड परीक्षा नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है. एनटीपीसी नाम का इस्तेमाल राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम के लिए किया जाता है.

एनटीपीसी ने रेलवे को लिखा पत्र
राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) ने इस संबंध में रेलवे को एक पत्र लिखकर कहा, ‘यह भारतीय रेलवे की रेलवे भर्ती बोर्ड गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (एनटीपीसी आरआरबी) की परीक्षा के संबंध में देश के कुछ हिस्सों में हालिया विरोध प्रदर्शनों के संदर्भ में है. हमें विश्वास है कि रेलवे स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है, हम केवल आपके ध्यान में लाना चाहते हैं कि एनटीपीसी लिमिटेड को अनजाने में बेवजह आलोचना का सामना कर पड़ रहा है.’

परीक्षा का नाम बदलने का किया आग्रह
आगे कहा,’ मीडिया इस परीक्षा के लिए एनटीपीसी संक्षिप्त नाम का इस्तेमाल कर रहा है, जिसके कारण यह धारणा बनी है कि परीक्षाएं भारत के सबसे बड़े बिजली उत्पादक से जुड़ी हुई हैं. इससे एनटीपीसी की साख को नुकसान पहुंच रहा है.’ एनटीपीसी ने कहा, ‘इसलिए हम आपसे इन परीक्षाओं का नाम बदलने का आग्रह करेंगे, ताकि भविष्य में कोई भ्रम पैदा न हो.’

महिला सब इंस्‍पेक्‍टर ने पूर्व BJP नेता सहित 12 लोगों पर लगाया दुष्‍कर्म का आरोप

राजस्थान के भीलवाड़ा ( Rajasthan Bhilwara) जिले में एक महिला सब इंस्पेक्टर ने एक पूर्व BJP नेता पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है. महिला सब इंस्पेक्टर ने कहा कि पूर्व भाजपा नेता ने शादी का झांसा देकर उसके साथ साल 2018 से कई बार दुष्कर्म किया. इसके अलावा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित कई अन्य लोगों पर भी आरोप लगाया गया है..

जानकारी के अनुसार, अजमेर जिला परिषद की वर्तमान जिला प्रमुख और पूर्व विधायक सुशील कंवर के पति पूर्व भाजपा नेता भंवर सिंह पलाड़ा के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कराया गया है. भीलवाड़ा के प्रताप नगर थाने में दर्ज कराई गई दुष्‍कर्म की रिपोर्ट में अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्‍ता का नाम भी शामिल है.

पीड़िता पुलिस सब इंस्‍पेक्‍टर ने आरोप लगाया कि भीलवाड़ा पुलिस लाइन स्थित उसके आवास पर भंवर सिंह पलाड़ा ने 2018 से 2021 तक कई बार शादी का झांसा देकर दुष्‍कर्म किया. सब इंस्‍पेक्‍टर ने FIR में अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्‍ता के साथ पलाड़ा के ड्राइवर रविन्‍द्र, पीए किशनपुरी, बॉडीगार्ड करण के साथ बजरंग, विजय, मनीषा, धीरज और महिला कांस्‍टेबल रश्‍मी व शिव बन्‍ना पर भी आरोप लगाया है.
2018 ट्रांसफर को लेकर किया था पलाड़ा से संपर्क
दर्ज केस में महिला सब इंस्‍पेक्‍टर ने कहा है कि 2018 में ट्रांसफर के लिए नागौर के तत्‍‍कालीन अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्‍ता के कहने पर पलाड़ा से संपर्क किया था. विधानसभा चुनाव के दौरान भंवर सिंह पलाड़ा ने भीलवाड़ा पुलिस लाइन स्थित आवास पर आकर दुष्‍कर्म किया था. विरोध करने पर रिवॉल्‍वर दिखाकर डराया. इसके बाद शादी का झांसा भी दिया. इसके बाद 3 साल तक कई बार दुष्‍कर्म किया.

पीड़िता ने जताई हत्या की आशंका
सब इंस्पेक्टर ने रिपोर्ट में कहा है कि अप्रैल 2021 में उसके साथ जोधपुर में भंवर सिंह पलाड़ा और अन्य लोगों ने मारपीट की और उसके फोटो वायरल करने की धमकी भी दी थी. पीड़िता ने अपनी हत्या की भी आशंका जताई है. पीड़िता ने प्रतापनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.

SP ने दिए मामले की जांच के आदेश
इस मामले में भीलवाड़ा के SP आदर्श सिद्धू ने मामले की जांच शाहपुरा की अति‍रिक्‍त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा को सौंपी है. चंचल मिश्रा इससे पूर्व आशाराम को इंदौर से गिरफ्तार कर जोधपुर लाई थीं और दो सिपाहियों की हत्‍या के मुख्‍य आरोपी राजू फौजी के मामले की जांच भी चंचल मिश्रा ही कर रही हैं.

 

चुनाव में आई अजब मांग- बंदर भगाओ, वोट पाओ; नहीं तो होगा बहिष्कार

लखनऊ। Uttar Pradesh Assembly Elections 2022 उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बाहरी इलाके मलिहाबाद के चैना गांव के मतदाताओं ने चुनाव के लिए एक अनूठी मांग रखी है। लोगों ने कहा कि जब तक गांव से बंदरों को बाहर नहीं निकाला जाएगा, वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे।

चैना गांव में करीब 650 की आबादी में करीब 300 मतदाता हैं. स्थानीय निवासी जितेंद्र दीक्षित ने कहा, ‘इस चुनाव के लिए ‘बंदर भगाओ, वोट पाओ’ हमारा नारा है। यहां बंदर एक बड़ी समस्या है. पिछले एक सप्ताह में एक दर्जन से ज्यादा लोगों और बच्चों को बंदरों ने काटा है।

बच्चों को घर के अंदर रखने को मजबूर हुए लोग

उन्होंने आगे कहा कि ‘बंदरों ने रसोई पर आक्रमण किया और खाना खराब कर दिया, हम बच्चों को घर के अंदर रखने के लिए मजबूर हैं। लोग बंदरों से डर के रह रहे हैं। प्रशासन से हमारी अपील पर भी कोई ध्यान नहीं दिया है।’ राज्य चुनाव कार्यालय ने अब समस्या का संज्ञान लिया है और जिला प्रशासन को समस्या के समाधान के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया है।

जिले के एक अधिकारी ने कहा कि वे एक लंगूर को उसके मालिक के साथ गांव भेजेंगे। लंगूर के होने से बंदर भाग जाएंगे। इस बीच, ग्रामीण चाहते हैं कि बंदरों को पकड़कर किसी अन्य वन क्षेत्र में छोड़ दिया जाए। दीक्षित कहते हैं, ‘लंगूर एक अस्थायी उपाय हो सकता है लेकिन हम चाहते हैं कि बंदर पकड़े जाएं, ना कि केवल भगाए जाएं, क्योंकि वे जल्द से जल्द वापस लौट आएंगे।

घर से चोरी हुआ 13.45 लाख का सोना, मगर पुलिस ने परिवार को लौटाया डेढ़ करोड़ का गोल्ड, जानें कारण

मुंबई। (Mumbai Police) महाराष्ट्र के मुंबई में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने करीब 24 साल पहले चोरी हुआ सोना पीड़िता परिवार को लौटाया है।

बताया जाता है कि मशहूर फैशन ब्रांड चिराग दीन के मालिक के यहां जब चोरी हुई तब सोने की कीमत 13.35 लाख रुपए थी. मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने अब करीब डेढ़ करोड़ रुपए का सोना वापस लौटाया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 1998 में चिराग दीन के मालिक अर्जुन दस्वानी के कुलाबा स्थित आवास में चोरी हुई। बदमाशों ने घर में उन्हें और पत्नी को बंधक बना लिया, फिर सोने की जूलरी और सिक्के लेकर फरार हो गए।

करीब 15 साल पहले हो चुकी है मालिक की मौत

पुलिस ने तब मामले में कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, हालांकि दो आरोपी भागने में कामयाब हो गए। मामले की सुनवाई कोर्ट में शुरू हुई तो जज ने आदेश दिया कि बाकी दोनों आरोपियों के पकड़े जाने तक आभूषण इसके मालिक को ना सौंपे जाएं।

वहीं कोर्ट में सुनवाई के बीच 2007 में दस्वानी की मौत हो गई और परिवार मामले को लगभग भूल गया, मगर हाल में कोर्ट ने चोरी हुआ सोना इसके मालिकों को सौंपने की अनुमति दे दी।

2002 से ही पुलिस के पास था सोना

मामले में मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि साल 2002 से ही आभूषण पुलिस के पास थे। पिछले साल पुलिस कमिश्नर ने एक अभियान शुरू करने का निर्णय लिया जिसमें चोरी हुआ सोना अगर बरामद हो चुका है तो इसे इसके असल मालिकों को लौटाया जाए।

इसके बाद मालिक की मदद से कोर्ट में अर्जी दी गई और अनुमति मिलने के बाद उनके मालिक को सोने के आभूषण वापस लौटा दिए गए।

सीजी: कल विश्वासघात दिवस मनाएंगे किसान, जानें किस बात पर भड़के अन्नदाता

रायपुर। केंद्र सरकार के साथ हुए समझौते के बाद एक साल से अधिक चला किसान आंदोलन स्थगित हो गया। लेकिन, केंद्र सरकार ने लिखित वादों को पूरा नहीं किया। इससे किसान भड़क उठे हैं। किसान आंदोलन से जुड़े संगठन सोमवार को विश्वासघात दिवस मनाएंगे।

छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य और अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सचिव तेजराम विद्रोही ने कहा, केंद्र सरकार ने किसानों को धोखा दिया है।

उन्होंने बताया राजधानी रायपुर में किसान 12.30 बजे कलेक्ट्रेट के पास स्थित डॉ. भीमराव आम्बेडकर की प्रतिमा के पास इकट्‌ठा होंगे। वहां प्रदर्शन होगा। उसके बाद किसानों का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित एक ज्ञापन सौंपेंगे।

WHO ने कहा- कोरोना वैक्सीन न केवल CORONA से बल्कि इन 20 बीमारियों से भी बचाता… जानें कौन-कौन सी…

दिल्ली। corona vaccine: पिछले दो साल से पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर बरपा रहा है। अब कोरोना के साथ-साथ ओमक्रॉन ने भी दुनिया भर में चिंता बढ़ा दी है। इस कोरोना के आने के बाद से ही लोगों को दूसरी बीमारियों का भी डर सता रहा है।

लेकिन अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बड़ी जानकारी जारी की है। दुनिया भर में कोरोना (corona vaccine) के खिलाफ टीकाकरण चल रहा है। हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने अब बताया है कि कोरोना वैक्सीन कोरोना समेत 20 अन्य बीमारियों के लिए उपयोगी है।

कोरोना ने दुनिया भर में लाखों लोगों की जान ले ली है। कई जिंदगियां तबाह हो गईं। हालांकि अब कोरोना वैक्सीन से स्थिति थोड़ी नियंत्रण में आती दिख रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय कोरोना की वैक्सीन इस बीमारी के खिलाफ सबसे कारगर हथियार है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब कोरोना वैक्सीन को लेकर अहम जानकारी दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वैक्सीन न केवल कोरोना बल्कि 20 अन्य बीमारियों से भी बचाता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 20 से अधिक बीमारियों की सूची जारी की है जो कोरोना वैक्सीन से सुरक्षित हैं
कोविड -19
ग्रीवा कैंसर
हैज़ा
डिप्थीरिया
इबोला
हेप बी
इंफ्लुएंजा
जापानी मस्तिष्ककोप
खसरा
मस्तिष्कावरण शोथ
कण्ठमाला का रोग
काली खांसी
न्यूमोनिया
पोलियो
रेबीज
रोटावायरस
रूबेला
धनुस्तंभ
आंत्र ज्वर
छोटी चेचक
पीला बुखार

सबसे अमीर महिला विधायक: 54 करोड़ की जमीन और 132 हथियारों की मालकिन, जानिए पूरे राजघराने की संपत्ति कितनी है?

साल 2017 के विधानसभा चुनावों के नतीजों ने हर किसी को हैरान कर दिया था। उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने 312 पर जीत हासिल की थी। एडीआर की रिपोर्ट बताती है कि इन 312 सीटों पर काबिज भाजपा विधायकों में से 235 करोड़पति हैं, जिनमें से एक हैं रानी पक्षालिका सिंह। आगरा के भदावर राजघराने से ताल्लुक रखने वाली रानी पक्षालिका उत्तर प्रदेश की सबसे अमीर महिला विधायक भी हैं और वह इस बार आगरा की बाह विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं।

कौन हैं रानी पक्षालिका सिंह?
पक्षालिका आगरा के भदावर राजघराने की रानी हैं। भदावर राजघराना आजादी के बाद से ही राजनीति में सक्रिय हो गया था। इस राजघराने के लोग बाह विधानसभा सीट का प्रतिनिधिनित्व करते हैं और राजपरिवार से जुड़े सदस्य 11 बार इस सीट से विधायक चुने जा चुके हैं।
1952 में पहली बार लड़ा था चुनाव

भदावर राजघराने के राजा महेंद्र रिपुदमन सिंह ने 1952 में पहली बार चुनाव लड़ा था और विधायक चुने गए थे। उस वक्त वह बतौर निर्दलीय उम्मीदवार जीते। बाद में जनता पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने 1980 तक जनता पार्टी के टिकट पर बाह विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया। 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा और तब बाह सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार ने जीत हासिल की।
1989 में दूसरी पीढ़ी चुनावी मैदान में उतरी

1989 में राजा महेंद्र रिपुदमन सिंह के बेटे राजा अरिदमन सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में ताल ठोकी और जीत हासिल की। 1991 का चुनाव उन्होंने जनता दल के टिकट पर लड़ा। 1996 और 2002 में वह भाजपा के टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचे। 2007 में राजा अरिदमन सिंह को बसपा प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए और 2012 का चुनाव सपा के टिकट पर जीता। आगरा की नौ सीटों में सिर्फ बाह विधानसभा सीट ऐसी थी, जहां पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली थी। यही कारण है कि अखिलेश यादव की सरकार में राजा अरिदमन सिंह को मंत्री भी बनाया गया। तीन साल तक मंत्री रहने के बाद उनसे परिवहन विभाग छीन लिया गया और स्टाम्प व पंजीयन विभाग दिया गया। बाद में उन्हें मंत्रिमंडल से भी बर्खास्त कर दिया गया। 2017 में राजा अरिदमन सिंह अपनी पत्नी रानी पक्षालिका सिंह के साथ भाजपा में चले गए। भाजपा से पक्षालिका को टिकट मिला और वह जीत गईं। इन हथियारों की मालकिन हैं पक्षालिका

रानी पक्षलिका सिंह ने अपने हलफनामे में बताया है कि उनके और उनके पति के पास कुल 132 हथियार हैं। सब एंटीक हैं। रानी पक्षालिका के पास 22 बोर की एक एनपीबी राइफल, पिस्टल और डीबीबीएल गन है। वहीं, उनके पति राजा अरिदमन सिंह के नाम पर 12 बोर की एक डीबीबीएल गन, एक पिस्टल, एक कार्बाइन, 34 तलवार, 31 खंजर, 53 छुरे और आठ चाकू हैं। इस तरह उनके घर में कुल 132 घोषित हथियार हैं, जिनकी कीमत करीब 50 लाख रुपये है।
राजघराने के नाम कुल 21 बैंक खाते

रानी पक्षालिका ने अपने हलफनामे में बताया है कि पति और उनके पास कुल 50 हजार रुपये कैश हैं। रानी पक्षालिका, उनके पति और परिवार के नाम पर कुल 21 बैंक खाते हैं, जिनमें अकेले नौ खाते रानी पक्षालिका के हैं, जबकि आठ उनके पति राजा अरिदमन और चार पारिवारिक बैंक खाते हैं। रानी पक्षालिका के नौ बैंक खातों में 1.39 करोड़ रुपये जमा हैं तो राजा अरिदमन के आठ खातों में 68.51 लाख रुपये हैं। पारिवारिक खातों में करीब 30 लाख रुपये हैं।
कितनी है रानी की संपत्ति?

61 साल की रानी पक्षालिका ने कारोबार, कृषि और निवेश से होने वाले मुनाफे को आय का जरिया बताया है। पक्षालिका ने 2021 में 4.71 लाख रुपये आयकर जमा किया, जबकि उनके पति ने 26.30 लाख रुपये का आयकर भरा। राजा और रानी के पास करीब 90 लाख रुपये के गहने हैं। रानी पक्षालिका की कुल चल संपत्ति 2.23 करोड़ रुपये है, जबकि पति के पास 1.30 करोड़ की चल संपत्ति है। रानी पक्षालिका के पास पांच करोड़ की अचल और उनके पति के पास 31.17 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। 18.27 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति पारिवारिक है। राजा और रानी के पास कुल 54.44 करोड़ रुपये की जमीन है।

2017 के मुकाबले ज्यादा नहीं बढ़ी संपत्ति
2017 चुनाव के दौरान दिए हलफनामे में रानी पक्षालिका ने 58.29 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति बताई थी। इस बार यह 58.44 करोड़ की है। 2017 में पक्षालिका और उनके पति के पास कुल 1.30 लाख रुपये कैश थे, जबकि दोनों के बैंक खातों में 1.81 करोड़ रुपये जमा थे। पांच साल पहले रानी की चल संपत्ति 3.16 करोड़ रुपये और 55.13 करोड़ रुपये अचल संपत्ति थी।

 

VIDEO…हे राम, ऊर्जाधानी में अपमानित हो रही गांधी की प्रतिमा, निगम की लापरवाही आई सामने

कोरबा। देश आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहा है वहीं कोरबा शहर में गांधी की प्रतिमा खुद को अपमानित महसूस कर रही है। बुधवारी बाजार सरस्वती शिशु मंदिर के समीप महात्मा गांधी की प्रतिमा की साफ सफाई पर भी ध्यान नहीं दिया गया जो कि विगत कई सालों से बदहाल अवस्था में है। गांधीजी के चेहरे से चश्मा टूटा हुआ है परिसर के आसपास गंदगी का आलम है। गांधी के प्रतिमा परिसर के आस पास शराब की खाली बोतलें एवं अनैतिक कार्यों में युक्त होने वाली चीजें फैली पड़ी हैं।

कोसाबाड़ी मंडल भाजपा के सदस्य महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने जब इस स्थल पर पहुंचे तब उन्होंने पूरे परिसर की खुद से साफ सफाई की और माल्यार्पण कर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बताया कि लगभग 2 वर्षों से परिसर की स्थिति यही है। जिस पर नगर निगम एवं जिला प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है। पुण्य तिथि पर हमारे द्वारा परिसर की साफ-सफाई कर गांधी जी को श्रद्धांजलि दी गई है।

 

देंखे विडियो…

 

संसद बजट सत्र कल से, वित्त मंत्री पेश करेंगी 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण

नई दिल्ली। संसद के सोमवार से शुरू हो रहे बजट सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं और विपक्ष ने पेगासस जासूसी मामले, पूर्वी लद्दाख में चीनी ‘घुसपैठ’ जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी की है। बजट सत्र की शुरूआत 31 जनवरी को हो रही है और उस दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण उसी दिन साल 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी। वित्त मंत्री एक फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी। कोविड महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए सत्र के पहले चरण के दौरान लोकसभा और राज्यसभा की बैठकें दिन में अलग-अलग समय पर आयोजित होंगी ताकि कोविड से संबंधित सामाजिक दूरी के नियमों का पालन हो सके। बजट सत्र के पहले दो दिन शून्यकाल एवं प्रश्नकाल नहीं होंगे।

लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा बुधवार से शुरू होगी। ऐसी संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात फरवरी को चर्चा का जवाब देंगे । लोकसभा सचिवालय के अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिए चार दिन रखे गए हैं जो 2 फरवरी से शुरू होगी।

संसद के बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक चलेगा। इसके बाद विभिन्न विभागों के बजटीय आवंटन पर विचार के लिए अवकाश रहेगा। बजट सत्र का दूसरा चरण 14 मार्च से आरंभ होगा जो 8 अप्रैल तक चलेगा। राष्ट्रपति का अभिभाषण 31 जनवरी को होगा।