कानपुर। Breaking: शराबी शराब के लिए कुछ भी करने से नहीं हिचकते है, ऐसा ही एक मामला यूपी के कानपुर में सामने आया। यहां समाज कल्याण विभाग का एक सफाई कर्मचारी सरकारी फाइलों को शराब खरीदने के लिए कबाड़ में बेच रहा था। मामला खुलता देख सफाई कर्मी मोहन मौके से भाग निकला। मामले के संज्ञान में आने के बाद सीडीओ ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी सफाई कर्मी के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
मामले का खुलासा तब हुआ, जब विभाग के एक कर्मचारी ने मोहन नाम के सफाईकर्मी को एक बोरे में कई फाइलों को भरते हुए देखा और शक होने पर उसे मौके पर पकड़ लिया। बोरे में देखने के बाद जब कर्मचारी से जानकारी ली गई तब जाकर पता चला कि वह उन सरकारी फाइलों को शराब पीने के लिए कबाड़ में बेचने जा रहा था और पहले भी ऐसा कर चुका है।
Breaking: इसके बाद ये भी जानकारी हुई की समाज कल्याण विभाग के कंप्यूटर कक्ष में काफी समय से वृद्ध पेंशन के आवेदन पत्रों की फाइलों के बंडल भी नहीं मिल रहे हैं। जिसके बाद विभाग के अधिकारी सफाई कर्मी को कबाड़ की दुकान पर लेकर गए जहां पर उसने पहले भी फाइलें बेची थी। जहां से विभाग की कई फाइलें और उनके बंडल मिले, जिन्हें वापस विभाग में लाया गया।
सफाई कर्मी के खिलाफ एफआईआर दर्ज
फिलहाल सीडीओ सुधीर कुमार ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी सफाई कर्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा उसे कार्य से हटा दिया है, इसके साथ ही लापरवाही के चलते संबंधित विभागों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। वहीं सफाई कर्मी के इस तरह के कारनामे को सुन दूसरे कर्मचारियों संग अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। ज्यादातर विभागों ने अपनी पुरानी फाइलों की जांच शुरू कर दी है।