छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से धर्मांतरण को लेकर राजनीतिक गलियारों में सियासत तेज हो गई है। कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने धर्मांतरण को लेकर बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा कि बस्तर में नक्सल समस्या से काफी हद तक निजात पाने के बाद नई समस्या खड़ी करने की कोशिश की जा रही है। ये गुप्त एजेंडा है धार्मिक उन्माद फैलाने वाले आईटी, ईडी इनके (भाजपा) विंग्स हैं। अलगाव पैदा करने की कोशिश की जा रही है हमारी सरकार का नज़रिया साफ़ है कि जो भी उन्माद फैलाएगा कार्रवाई होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन राज्यों में चुनाव नज़दीक होते हैं वहां आरएसएस को जिम्मेदारी दी जाती है विंग सक्रिय हो जाता है।

2023 के विधानसभा चुनाव के सीएम के चेहरे पर बोले भगत

कांग्रेस 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चेहरे पर लड़ेगी यह बात कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम माथुर के छत्तीसगढ़ में (भाजपा में) चुनाव लड़ने के लिए चेहरा तय नहीं होने पर कही। बस्तर में नक्सल समस्या से काफी हद तक निजात पाने के बाद नई समस्या खड़ी करने की कोशिश की जा रही है, क्योंकि ये गुप्त एजेंडा है।

 

मंत्री अमरजीत भगत ने मीडिया से चर्चा में कहा कि भाजपा में क्राइसिस है, जिसकी वजह से किसी का नाम नहीं तय कर पा रहे हैं। मुझे याद है कि 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस के दिन आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष भाजपा के विष्णु देव साय को हटाया और बेइज्जती की। उसी दिन आदिवासी समाज आहत हुआ। बहुत सारे लोग इनके विरोध में है।

मंत्री अमरजीत भगत ने आगे कहा कि धान खरीदी छत्तीसगढ़ में अच्छे से चल रही है, किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं आ रही है। हमारा अनुमान था कि 1 लाख 10 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी करेंगे, उसके बिल्कुल करीब आते जा रहे हैं। किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम करने में चुनौतीपूर्ण काम है। पूरे हिंदुस्तान में जहां कही भी किसानों का आंदोलन होता है वहां मांग उठती है कि छत्तीसगढ़ की तरह धान खरीदी को लेकर सकारात्मक पहल हो।