कोरबा। किसी देवालय में पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं की मुरादें आम तौर पर अलग अलग हो सकती हैं। पर यहां खास यह है कि देवालय और भक्त भले अलग अलग हों, पर उन सभी की मन्नत सिर्फ एक ही है और वह है चुनाव में जीत। जी हां, आप ने बिल्कुल सही समझा है। मतगणना का दौर शुरू होने में अब केवल तीन दिन शेष रह गए हैं। उसके पहले हमारे जिले की विधानसभा सीटों से किस्मत आजमाने वाले उम्मीदवार इन दिनों आस्था की दौड़ लगाते हुए ईश्वर की शरण में हैं। कोई तीर्थ यात्रा पर है तो कहीं गुप्त अनुष्ठान का भी प्रकल्प अपनाया जा रहा है।
भले ही भिन्न धर्म और समुदाय के लिए उनकी आस्था के स्वरूप में भी भिन्नता है, पर एक बात सभी कहते सुना जा सकता है कि जब सारे रास्ते बंद नजर आएं तो ईश्वर एक नया रास्ता खोल देते हैं। कुछ ऐसी ही उम्मीद लिए विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों और राजनीतिक पार्टियों से प्रतिनिधित्व करने वाले प्रत्याशी ईश्वर की शरण में हैं। कोई विधि विधान से पूजा-अनुष्ठान में व्यस्त सारा दिन गुजार रहा तो कोई तीर्थाटन करने अपने समर्थकों के साथ यात्रा पर है। किसी ने दर्शन लाभ लेकर तीर्थ यात्रा से वापसी कर ली है तो कोई ज्योतिष और पंचांग में अपनी कुंडली की दशा दिशा जानने के प्रयास में जुटा हुआ है।कुल मिलाकर इन 72 घंटों में ईश्वर और आस्था के बीच प्रत्याशियों की दौड़ लगातार जारी है, ताकि रविवार को होने वाली मतगणना के बाद के नतीजे उनके लिए शुभ-लाभ और रिद्धि-सिद्धि से भरपूर हों। इनमें भाजपा प्रत्याशी लखनलाल देवांगन भी हैं, जो अपनी मन्नत लेकर दर्शन प्राप्त करने इन दिनों बाबा धाम की यात्रा पर बताए जा रहे हैं। दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि कई प्रत्याशी जीत सुनिश्चित करने गुप्त पूजा अनुष्ठान भी करा रहे हैं।