जनता युनियन ने पावर कंपनीज के असंतुष्ट और नाराज विद्युत कर्मियों ने चेयरमेन अंकित आनंद को पत्र लिखकर उठाई मांग। कहा- कर्मचारियों को इस भत्ते के लिए पात्र न मानना आश्चर्यजनक एवं पीड़ादायक।

कोरबा। विद्युत कपनियों में केवल अभियंता वर्ग को ही 3 प्रतिशत तकनीकी भत्ता दिए जाने और विद्युत कर्मियों को इसके लाभ से वंचित कर दिए जाने से कर्मचारियों में असंतोष है। विद्युत कर्मियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए चेयरमैन को पत्र लिखा है और उन्हें भी 3 प्रतिशत तकनीकी भत्ता का हक दिए जाने की मांग रखी है। जनता युनियन ने पत्र में कहा है कि पावर कंपनी में कार्यरत अन्य संवर्ग के अधिकारी एवं कर्मचारियों को इस भत्ते के लिए पात्र न मानना आश्चर्यजनक एवं पीड़ादायक है।

छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कर्मचारी जनता यूनियन ने 10 मई को जारी आदेश के माध्यम से पावर कंपनीज में सहायक अभियंता से कार्यपालक निदेशक के पदों पर कार्यरत सिर्फ डिग्रीधारक अभियंताओं को टेक्नीकल भत्ता प्रदान किए जाने पर अत्यन्त आश्चर्य व्यक्त करते हुए पावर कंपनीज के चेयरमेन अंकित आनंद से मांग की है कि पावर कंपनीज के अधीनस्थ समस्त विद्युत कर्मचारियों को 3 प्रतिशत टेक्नीकल भत्ता प्रदान किया जाए।
जनता यूनियन ने पावर कंपनीज के चेयरमेन अंकित आनंद को पत्र लिखकर विद्युत कर्मचारियों का पक्ष रखते हुए लेख किया है कि सहायक अभियंता पद पर प्रत्यक्ष नियुक्ति हेतु निर्धारित शैक्षणिक योग्यता यांत्रिकी में स्नातक अनिवार्यतः प्रारंभ से ही थी और इसी आधार पर उनकी प्रारंभिक नियुक्ति भी होती थी। उस समय कार्यालय सहायकों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 11वीं एवं अन्य चतुर्थ श्रेणी के लिए आठवी अथवा पांचवी कक्षा उत्तीर्ण हुआ करती थी तथा एम.बी.ए. आधारित किसी पद पर कोई नियुक्ति नहीं होती थी। समय-समय पर केवल सहायक अभियंताओं के पदों की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता को छोड़कर अन्य सभी पदों की वांछित अनिवार्य योग्ताओं में वृद्धि की गई। चतुर्थ श्रेणी तकनीकी पदों के लिए आई.टी.आई., कार्यालय सहायक श्रेणी तीन के लिये स्नातक एवं पी.जी.डी.सी.ए तथा लेखाधिकारी के लिए एम.बी.ए./आई.सी.डब्लू.ए./सी.ए. अनिवार्य किये गये । जबकि वांछित शैक्षणिक योग्यताओं में वृ़fद्ध अन्य पदों पर की गई तथा केवल सहायक अभियंता से उपर के पदों पर बिना किसी अतिरिक्त योग्यता के 3 प्रतिशत टेक्नीकल भत्ता दिया न्यायोचित प्रतीत नहीं हो रहा है जबकि सहायक अभियंता से उपर के पदों तकनीकी योग्यता की मांग आज भी वही है जो आज से 5 वर्ष पूर्व थी।

 

एक यूनिट बिजली के उत्पादन-प्रेषण में अफसर-कर्मी सभी का परिश्रम एक समान

छत्तीसगढ राज्य विद्युत कर्मचारी जनता यूनियन के प्रांतीय महासचिव अजय बाबर ने कहा कि पावर कंपनी में एक यूनिट बिजली के उत्पादन से उसके गन्तव्य तक प्रेषण करने में प्रत्येक कर्मचारी एवं अधिकारी चाहे वह किसी भी वर्ग का हो समान रूप से पूरी निष्ठा एवं इमानदारी के साथ अपनी भागिता का निर्वाह करता है। पाॅवर कंपनी के कार्य की प्रकृति ही टेक्नीकल है अतः प्रत्येक कर्मचारी एवं अधिकारी टेक्नीकल भत्ता पाने का समान रूप से हकदार है। लिपिक संवर्ग के लिए पीजीडीसीए-टायपिंग, चतुर्थ श्रेणी पदों के लिए आईटीआई, शीघ्रलेखक पदों के लिए शार्ट हैण्ड योग्यता, लेखधिकारी, मैनेजर हेतु एम.बी.ए. सभी टैक्निकल योग्यता के अन्तर्गत सम्मिलित हैं तथा इनके लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के द्वारा विभिन्न शिक्षण संस्थानों से परीक्षा के माध्यम से डिग्रियां भी दी जाती हैं। अतः पाॅवर कंपनी में कार्यरत प्रत्येक तृतीय-चतुर्थ अथवा द्वितीय श्रेणी का कर्मचारी अथवा अधिकारी भी टेक्नीकल है तथा 3 प्रतिशत टेक्नीकल भत्ता पाने का समान रूप से अधिकारी है ।

 

कंपनी के सभी वर्ग के साथ आर्थिक न्याय करने की गुजारिश

जनता यूनियन ने पावर कंपनीज के चेयरमेन अंकित आनंद को अवगत कराया है कि पावर कंपनी में कार्यरत अन्य संवर्ग के अधिकारी एवं कर्मचारियों को उक्त भत्ते के लिये पात्र न मानना आश्चर्यजनक एवं पीड़ादायक है। अतः जनता यूनियन पावर कंपनी में कार्यरत प्रत्येक कर्मचारी को 3 प्रतिशत टेक्नीकल भत्ता का भुगतान किए जाने की मांग करता है, जिससे सभी वर्ग के साथ आर्थिक न्याय हो सके एवं प्रत्येक कर्मचारी बढ़े हुए मनोबल के साथ कंपनी के कार्यों में बेहतर रूप से अपने दायित्व का निर्वाह कर सके।

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