कोरबा। चाम्पा से उरगा तक बनने वाले फोरलेन सड़क चोरी के मिट्टी और गिट्टी से बन रहा है। मड़वारानी क्षेत्र से लगातार हो रहे अवैध उत्खनन पर खनिज विभाग की टीम मूक दर्शक बना हुआ है।
बता दें कि सड़क निर्माण करने वाली गाबर कंपनी के नुमाइंदे नदी से रेत पहाड़ से गिट्टी और सरकारी जमीन से मिट्टी की चोरी कर सड़क बना रहे हैं। इसकी शिकायत खनिज विभाग को करने के बाद खनिज के अधिकारी उत्खनन की खुली छूट दे रहे हैं। खबर है कि इस अवैध उत्खनन में खनिज विभाग के अफसरों की मिलीभगत है।
0.पहाड़ काट कर अवैध उत्खनन
मड़वारानी के समीप ग्राम घाठाद्वारी में पहाड़ काट कर अवैध उत्खनन कर खनिज विभाग को करोड़ों का चूना लगाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक 5 एकड़ पर 30 हजार टन प्रतिवर्ष उत्खनन की अनुमति है जबकि, इस पत्थर खदान से बिना पर्यावरण स्वीकृति के क्षमता विस्तार कर 2 लाख पत्थर का उत्खनन किया जा रहा है। नियम कायदों को ताक पर रखकर लीज एरिया को बढ़ा कर पहाड़ से पत्थर निकाला जा रहा है।
0.पर्यावरण समाधान समिति की जांच के बाद भी उत्खनन जारी
बताया जा रहा है कि लीजधारी ने खदान को पूर्व रजिस्ट्रार और तहसीलदार के भाई और एक युवा नेता को सौंपा है जो पहाड़ काट कर पत्थर निकाल फोर लेन सड़क निर्माण करने वाली कंपनी को बेचकर लगभग 15 करोड़ की गिट्टी का खेल किया है। अवैध उत्खनन की शिकायत के बाद राज्य स्तरीय पर्यावरण समाधान समिति ने 24 मार्च 2022 में कमेटी बनाकर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा था। इसके बाद फिर से 19 दिसंबर को फिर से खनिज विभाग को फटकार लगाते हुए जांच रिपोर्ट सबमिट करने को कहा है। इसके बाउजूद खनिज संपदा से समृद्ध ऊर्जाधानी में खनिज माफिया माइनिंग विभाग की मिली भगत से सरकारी और वनविभाग की जमीन पर मजे से सेटिंग की खदान चला रहे हैं।
ताजा मामला मड़वारानी के समीप ग्राम घाठाद्वारी का है। बताया जा रहा है कि यहां 5 एकड़ सरकारी जमीन पर पत्थर खदान की माइनिंग लीज मातादीन जायसवाल को दी गई है। इस बीच सारागांव से उरगा तक 38 किलोमीटर फोर लेन सड़क निर्माण शुरू होने से छोटी गिट्टी खदान करोड़ों की खदान हो चुकी है। सड़क बनाने का ठेका गावर कंट्रशन कंपनी और डायमंड इंफ्रा कंपनी को मिला है।
0 सोने की खान पर रसूखदारों को खेल, शासन को रायल्टी का चूना
बताया जा रहा है कि चम्पा से उरगा तक 38 किलोमीटर फोर लेन सड़क निर्माण शुरू होते ही इस स्थानीय नेताओं ने अपनी गिद्ध् नजर गाड़ दी है। यहीं वजह है कि जिला प्रशासन से लेकर माइनिंग विभाग इस सेटिंग वाली खदान से आंखें मूंदे बैठा है। जबकि अवैध गिट्टी उत्खनन से ग्रामीण तो परेशान हैं ही साथ ही खनिज विभाग को करोड़ो के राजस्व की चंपत लग रही है।
0.अवैध मुरुम की शिकायत पर कार्रवाई लंबित
फोरलेन सड़क निर्माण करने वाली कंपनी इससे पहले भी अवैध मुरुम उत्खनन और परिवहन कर रहा था। जिसकी शिकायत के बाद खनिज विभाग के अधिकारियों ने जांच कर कार्रवाई की बात कही थी। महीनों गुजरने के बाद भी अवैध मुरुम उत्खनन और परिवहन करने वाले खनिज माफियाओं पर कार्रवाई नहीं हो सकी।
0.करोड़ों के राजस्व का हो रहा नुकसान
आरटीआई कार्यकर्ता मनीष राठौर की माने तो मड़वारानी के समीप घाठाद्वारी में चल रहे बिना अनुमति के चल रहे गिट्टी खदान से सरकार को करोड़ों का राजस्व नुकसान हो रहा है। सड़क निर्माण में लगने वाले गिट्टी और मुरुम की गणना की जाए तो इसका खुलासा हो सकता है।
कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कलेक्टर को की शिकायत
ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्रीमती हर कुमारी बिंझवार ने कलेक्टर को चिट्ठी लिखकर फोरलेन निर्माण करने वाली ठेका कंपनी पर 10 करोड़ रायल्टी चोरी का आरोप लगाया है। उन्होंने कलेक्टर को लिखे पत्र में उल्लेख किया है कि चाम्पा कोरबा नेशनल हाइवे क्रमांक 149 A को निर्माण करने वाली ठेका कंपनी गाबर कंट्रक्शन ने अनुबंध के सारे नियमो को ताक में रखकर काम कर रहा है। कंपनी के नुमाइंदे खनिज विभाग के अधिकारियों को नजराना देकर अवैध रेत , मुरुम और गिट्टी का उत्खनन कर रहे है। गांव के खनिज संपदा को लूटने के सिलसिले रोककर अब तक उपयोग की गई निर्माण सामग्रियों की जांच कर अवैध खनिज उपयोग की राशि ठेका कंपनी से वसूल की जाए।
छत्तीसगढ़ीहा क्रांति सेना ने भी की है शिकायत
छत्तीसगढ़ीहा क्रांति सेना के प्रदेश महामंत्री दिलीप मिरी ने घाठाद्वारी में संचालित मातादीन जायसवाल के पत्थर खदान पर सवाल उठाया है। उन्होंने कलेक्टर को शिकायत दर्ज कराते हुए खदान एरिया की जांच कर अवैध उत्खनन पर कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने यह भी लिखा है कि एक सोची समझी रणनीति के तहत खदान से अवैध उत्खनन करने की नीयत से लीज धारकों मातादीन जायसवाल से एग्रीमेंट कर खनिज माफिया खदान का संचालन कर रहे है और लोगो को अपनी ऊंची पहुंच का धौंस दिखाते हुए धमका रहे है।
गाबर कंट्रक्शन के निर्माणधीन सड़क में अवैध गिट्टी और मिट्टी खपाने की शिकायत मिली है। शिकायत की जांच की जा रही है। जांच में अवैध उत्खनन पाए जाने पर सड़क निर्माण करने वाली कंपनी पर कार्रवाई की जाएगी।
पीके नायक, जिला खनिज अधिकारी, कोरबा