सोमवार को राज्यसभा में कृषि संबंधित दो विधेयक (Agriculture Bill) पास हो गए। इसे लेकर संसद से सड़क तक प्रदर्शन हुए। आज ही सरकार ने रबी की 6 फसलों के लिए नई एमएसपी (MSP) की दरें जारी कर दी हैं। इसके बाद किसानों का गुस्सा शांत हो सकता है।
कल की कृषि विधेयक राज्यसभा में पास हुआ है और आज सरकार ने रबी की 6 फसलों के लिए बढ़ी MSP का ऐलान कर दिया
सरकार ने गेहूं, चना, जौ, सरसों, मसूर और रेपसीड पर एमएसपी बढ़ाई है
गेहूं पर प्रति क्विंटल 50 रुपये की वृद्धि की गई है वहीं चने के समर्थन मूल्य में 225 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है
कृषि विधेयक (Agriculture Bill) के विरोध के बीच सरकार ने गेहूं की MSP (Minimum Support Price) पर 50 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि का ऐलान कर दिया है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यह ऐलान किया। कृषि मंत्री ने रबी की 6 फसलों की नई एमएसपी जारी की है। बता दें कि संसद में कृषि के दो विधेयक पास होने के बाद न केवल विपक्ष हमलावर है बल्कि हरियाणा और पंजाब के किसान बड़ी संख्या पर सड़कों पर उतर गए।
तोमर ने कहा, ‘चना का समर्थन मूल्य 5100 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया गया है। चना के समर्थन मूल्य में 225 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि। इसके अलावा जौ का समर्थन मूल्य 1600 रुपए प्रति क्विंटल घोषित हुआ है और 75 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। मसूर का समर्थन मूल्य 5100 रुपए प्रति क्विंटल घोषित। सरसों एवं रेपसीड का समर्थन मूल्य 4650 रूपए प्रति क्विंटल घोषित हुआ है।
पीएम मोदी ने दिया था आश्वासन
MSP के बारे में किसानों को आश्वस्त करते हुए पीएम ने कहा था, ‘मैं पहले भी कहा चुका हूं और एक बार फिर कहता हूं, MSP की व्यवस्था जारी रहेगी। सरकारी खरीद जारी रहेगी। हम यहां अपने किसानों की सेवा के लिए हैं। हम अन्नदाताओं की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और उनकी आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करेंगे।’
कृषि मंत्री ने क’हा, ‘किसानों के हित में मोदी सरकार का एक और निर्णय लिया गया है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद जारी रहेगी और बढ़ी हुई दरों से किसानों को 106 प्रतिशत तक का लाभ होगा। गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया गया है। गेहूं के समर्थन मूल्य में 50 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है।