कोरबा। छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री व रामपुर विधायक श्रीननकीराम कंवर ने बताया कि कुदुरमल पंचायत सहित अन्य पंचायतों से लगातार शिकायतें आ रही थी कि जो लोग गरीब हैं प्रधानमंत्री आवास योजना 2011 के जनगणना सूची में जिनका नाम है वैसे लोगों का नाम को पात्र से अपात्र कर दिया गया है जिनका घर खपरैल और प्लास्टिक से छाया हुआ दिखाई दे रहा है ऐसे घरों को अपात्र करना बहुत ही दुखदव निंदनीय बात है जैसे ही मुझको प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्र हितग्राहियों को अपात्र करने की जानकारी हुई तब मेरे द्वारा तत्काल मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरबा कुंदन कुमार को सूचना देकर पात्र हितग्राहियों को अपात्र किया गया है उन्हें पुनः पात्र कर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने को कहा था जिला पंचायत सीईओ ने मेरी बातों को संज्ञान लेते हुए जनपद पंचायत कोरबा को जांच कर प्रतिवेदन मांगा था। लेकिन आज पर्यंत तक जांच नहीं हुआ जिसके कारण मुझे केंद्रीय सरकार को पत्र लिखकर ऐसे समस्याओं का समाधान करने के लिये पत्र लिखकर अवगत कराया है।
पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने कहा कि जब केंद्र सरकार आवास प्लस के माध्यम से टूटे हुए पात्र परिवारों का नाम जोड़ने के लिए सर्वे कराया गया फिर भी इन गरीब लोगों का नाम नहीं जोड़ा जाना स्पष्ट होता है कि नरेंद्र मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार गरीबो को प्रधान मंत्री आवास का लाभ देने के मूड में नहीं दिख रही है विगत आठ नौ माह से प्रधानमंत्री आवास योजना का कार्य लगभग बंद है लेकिन छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार उस पर संज्ञान नहीं ले रही है जिसके कारण गरीबों को मिलने वाला आशियाना प्रधानमंत्री आवास नहीं बन पा रहा है प्रधान मंत्री आवास योजना के कार्यो की देख रेख के लिये भाजपा सरकार मे आवास मित्र की भर्ती भी किये थे लेकिन कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने कांग्रेस की सरकार बनते ही करीब साल भर पहले सभी आवास मित्र को पद से हटाकर बाहर का रास्ता दिखा दिये और उन्हे बेरोजगार बना दिये आवास मित्र को 2018 तक कार्य करवाने के बाद भी पद से हटाये दो साल गुजर जाने के बाद भी उनको मानदेय नही दिया इस तरह से छत्तीसगढ़ कि प्रदेश सरकार नहीं चाहती कि गरीबों को प्रधानमंत्री आवास मिले इसलिये पात्र परिवार को अपात्र किया जा रहा है जिसका ताजा उदाहरण ग्राम पंचायत कुदुरमाल मे देखा जा सकता है इसलिए भौतिक स्थिति से अवगत कराने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर अपात्र किये गये गरिबो के कच्चे मकानों के फोटो ग्राफ भी संज्ञान लेने के लिये भेजा गया है।