बिलासपुर- अमानक और असुरक्षित। जांच में प्रमाणित होने पर मगज के लड्डू और बर्फी नष्ट करवा दिए गए। सारंगढ़ जिले में खाद्य एवं औषधि प्रशासन की यह पहली ऐसी सख्त कार्रवाई थी, जिससे मिठाई कारोबारियों में हड़कंप हैं।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन की मोबाइल फूड लैब वैन फिर से निकल चुकी है। इस बार उस क्षेत्र में यह वैन पहुंच रही है, जहां के होटल और स्वीट कॉर्नर अब तक ऐसी सघन और सख्त जांच से बची हुईं थी। नवगठित सारंगढ़ जिला ऐसा ही क्षेत्र है, जहां के तीन शहरों में दबिश दी गई।
17 ठिकाने, 83 सैंपल
सारंगढ़, सरिया और बरमकेला। पहला मौका था जब खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने एक साथ ताबड़-तोड़ जांच की। 17 संस्थानों से रिकॉर्ड 83 सैंपल लिए। मोबाइल फूड लैब वैन में सैंपल की जांच की गई। इसमें पांच को अमानक और तीन को असुरक्षित पाया गया।
नष्ट करवा दी
खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने लैब रिपोर्ट को देखने के बाद अमानक और असुरक्षित हो चुकी, चांदी वर्क लगी बर्फी और मगज के लड्डू को नष्ट करवा दिया। इनकी मात्रा क्रमशः 30 किलो और 5 किलो थी। साथ ही 5 लीटर टोमेटो सॉस भी नष्ट करवा दी।
कार्रवाई इन पर भी
सख्ती इतनी ज्यादा थी कि खुले में विक्रय के लिए रखी हुई खाद्य सामग्री देख कर संस्थान संचालकों को न केवल फटकार लगाई बल्कि 5000 रुपए के अर्थ दंड से दंडित भी किया। जांच में प्रशासन के साथ राजस्व, नगर पालिका और खाद्य अधिकारी भी शामिल थे।
सुरक्षा मानक जरूरी
सारंगढ़, बरमकेला और सरिया में मोबाइल फूड लैब वैन की मदद से सघन जांच की गई। संस्थान संचालकों को कड़ी हिदायत दी गई है कि सुरक्षा मानक का पालन गंभीरता के साथ करें।
– उमेश वर्मा, असिस्टेंट कमिश्नर, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, रायपुर