नई दिल्ली। भारत में बिजली संकट (power crisis) के बीच मोदी सरकार (Modi government) ने 657 पैसेंजर ट्रेन को रद्द कर दिया है ताकि थर्मल पावर प्लांट्स (Thermal Power Plants) तक कोयले के रैक जल्द पहुंच सकें।
बता दें कि इन दिनों तेज धूप और गर्मी के बीच उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और गुजरात में लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है.
रिपोर्ट के अनुसार देशभर में थर्मल पावर स्टेशनों तक कोयले की तुरंत पहुंच बनाने के लिए केंद्र सरकार ने पैसेंजर ट्रेनों का रद्द करने का निर्णय लिया है। इसमें पैसेंजर ट्रेनों के रद्द होने से कोयले से भरे रैक वाली मालगाड़ियों को जल्द रास्ता मिलेगा और वे थर्मल पावर स्टेशनों तक की दूरी कम समय में पूरी कर सकेंगी।
रद्द ट्रेनों में मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेन शामिल
देश के कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि वर्तमान में हालात स्थिर बने हुए हैं, हमारे पास करीब 30 लाख टन का स्टॉक कोयला है, जबकि थर्मल पावर प्लांट के पास 21 मिलियन टन कोयला भंडार में है।
कोयला मंत्री ने बताया कि रूस यूक्रेन युद्ध के कारण गैस की आपूर्ति ठप हो चुकी है, ऐसे में भीषण गर्मी के दौर में डिमांड अधिक हो गई है। हालांकि वर्तमान में 2.5 बिलियन यूनिट की दैनिक खपत को देखते हुए करीब 3.5 बिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा है।
इधर एनटीपीसी ने भी कहा है कि दादरी की सभी 6 यूनिट और ऊंचाहार की 5 यूनिट पूरी क्षमता के साथ चल रही हैं, कोयले की सप्लाई भी निरंतर मिल रही है।