कोरबा : EE ने SDO को लिखा पत्र.. आत्मानन्द स्कूल निर्माण में गुणवत्ता के लिए कराना होगा मिट्टी परीक्षण…

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कोरबा। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग के ई ई ने पांचों ब्लॉक के एसडीओ को पत्र लिखकर आत्मानन्द स्कूलों के निर्माण में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की बात पर जोर देते हुए लिखा है कि भवन निर्माण से पहले स्थल का मिट्टी परीक्षण करना अनिवार्य है।

 

बता दें कि सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट आत्मानन्द स्कूल निर्माण के लिए सीएसआर से लगभग 44 करोड़ की स्वीकृति मिली है। राशि मिलने के बाद निर्माण कार्य कराने वाले एजेंसी को लेकर काफी हो हल्ला हुआ था। प्रदेश के मुखिया के ड्रीम प्रोजेक्ट में धांधली का आरोप निर्माण एजेंसी आदिवासी विभाग पर लगा था। लगातार समाचारों की हेडलाइन में बने रहने के बाद आत्मानन्द स्कूल के कुछ कार्यो को ग्राम पंचायत को एजेंसी बनाकर ट्राइबल डिपार्टमेंट से ठेकेदार नियुक्त किया गया। जिससे विवाद से बचा जा सके और अपना काम भी पूरा हो जाये। मतलब सांप भी मर जाये और लाठी भी न टूटे..! स्कूलों के निर्माण बिना ड्राइंग डिजाइन और टेस्ट के शुरू की खबर के बाद आरईएस ई ई एंटोनी तिर्की ने पांचों ब्लाक के एसडीओ को चिट्ठी लिखकर गुणवत्ता के साथ भवनों की निर्माण करने का आदेश जारी किया है, साथ ही यह भी कहा है कि स्कूल निर्माण कार्य शुरु करने से पूर्व मिट्टी परीक्षण और ड्राइंग डिजाइन एप्रूवल कराने की बात कही है।

 

नाम सरपंच का और काम कर रहे ठेकेदार

 

आत्मानन्द स्कूल निर्माण के लिए ग्राम पंचायतों को तो एजेंसी बनाया गया है लेकिन काम ट्राइबल डिपार्टमेंट के बाबू के चयनित ठेकेदार कर रहे है। सूत्र बताते है कि स्कूल निर्माण में लगे ठेकेदारों को काम देने के एवज में ट्राइबल के बाबू को नजराना पेश करना पड़ा है। अब जब ठेकेदारो को आरईएस के गाईडलाइन का पालन करना पड़ रहा है तो बाबू को जमकर खरी खोटी सुना रहे है।