रायपुर। पुलिस महकमें में आरक्षक रहे एक पिता वक्त से पहले ही अपने परिवार और बेटी को छोड़ गए। इस आकस्मिक क्षति और घर के मुखिया के जाने के बाद डिपार्टमेंट ने न केवल परिवार का हाथ थामा, दिवंगत जवान की पुत्री को बाल पुलिस का ओहदा भी दिया। महज सात साल की आयु में पापा की परी अब खाकी वर्दी में नजर आएगी।
दुर्ग पुलिस में आरक्षक रहे दिवंगत अतुल भट्ट का कुछ वक्त पहले आकस्मिक निधन हो गया। इस कठिन घड़ी में संबल प्रदान करने के साथ ही पिता की असामयिक निधन के बाद उनकी सात साल की पुत्री अंजनी भट्ट को बाल आरक्षक के रुप में भर्ती कर अनुकंपा नियुक्ति दी गई है।बुधवार को ही दुर्ग के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राम गोपाल गर्ग ने आत्मीयता के साथ परिवार और नन्ही अंजनी से चर्चा कर नियुक्ति आदेश सौंपा और इस तरह मासूम बालिका अंजनी भी बाल आरक्षक के पद पर नौकरी प्राप्त कर दुर्ग पुलिस डिपार्टमेंट का हिस्सा बन गई है। इस दौरान एसएसपी श्री गर्ग ने अंजनी से आत्मीयता के साथ बातचीत की। उसके सपनों और भविष्य को लेकर चल रहे विचारों को जानने का प्रयास किया। परिवार को भविष्य में किसी भी प्रकार के सहयोग के लिए हर संभव मदद को महकमे के तत्पर रहने का भरोसा दिया। अनुकम्पा नियुक्ति आदेश जारी होने पर परिवार द्वारा ख़ुशी जाहिर की गई। दुर्ग पुलिस द्वारा सम्पूर्ण कार्यवाही जल्द पूरी कर नियुक्ति पत्र प्रदान करने पर आभार प्रकट किया।
सिर पर हाथ फेरकर एसएसपी बोले- अब आप भी पुलिस बन गए
बुधवार अंजनी अपनी मां के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बालिका के सिर पर हाथ फेरा। उसे बताया कि अब आप भी पुलिस बन गए हो। आत्मीय व्यवहार व अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया पूर्ण कराने के लिए स्वजन ने भी आभार जताया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दिवंगत आरक्षक अतुल भट्ट के आकस्मिक निधन पर परिवार के सदस्यों से मिलकर सांत्वना दी। परिवार को किसी भी प्रकार की आवश्यकता में दुर्ग पुलिस द्वारा सहयोग प्रदान करने के लिए आश्वास्त किया गया।
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