न्यूज डेस्क। हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना के शक्ति नगर में बाबा बालकनाथ आश्रम खोलकर महिलाओं की बीमारियों को दूर करने का पाखंड रचने वाले जलेबी बाबा की परतें लगातार खुलती जा रही हैं। जलेबी बाबा महिलाओं के कष्ट हरने के नाम पर उनको पहले चाय में नशीला पदार्थ देता था।

इसके बाद नशे की हालत में महिलाओं की अश्लील वीडियो तो बनाता ही था, साथ ही उनसे इस काम के लिए स्वीकारोक्ति भी करवाता था। पुलिस जांच के अनुसार, बाबा ने करीब 100 महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बनाया था। बाबा को अदालत अब दोषी करार दे चुकी है, उसे मंगलवार को सजा सुनाई जाएगी।

गौरतलब है कि करीब 20 साल पहले पंजाब के मानसा जिला निवासी अमरवीर टोहाना में आया था। यहां पर आकर टोहाना की नेहरू मार्केट में जलेबी की रेहड़ी लगाई। जलेबी का कारोबार अच्छा चलने पर गजरेला बनाने लगा और काम बढ़ा लिया।

दुकान का नाम भी अमरवीर के पंजाबी तोहफे रख लिया। वह यह कारोबार करीब 10 साल तक चलाता रहा और उसने अच्छे रुपये भी बटोरे। इसी दौरान उसकी पत्नी की मौत हो गई। परिवार में चार लड़कियां और दो लड़के हैं। इसी दौरान पंजाब से एक तांत्रिक आया। उसने अमरवीर को तांत्रिक विद्या के बारे में जानकारी दी। बताया जा रहा है कि दो साल तक टोहाना से गायब रहा। बाद में वापस टोहाना वापस पहुंचा।

आकर बनाया आश्रम
वार्ड नंबर 19 के शक्ति नगर में बाबा अमर पुरी उर्फ बिल्लूराम उर्फ जलेबी बाबा ने मकान लिया। वहां बाबा बालकनाथ के नाम से आश्रम बनाया और उसी के साथ ही अपना मकान बना लिया और बच्चों के साथ यहां रहना शुरू कर दिया।

यहां से शुरू हुआ बाबा का खेल
अमरवीर ने अपना नाम बदलकर अमरपुरी रख लिया। लोगों के दुख और कष्ट हरने के लिए बाहर बोर्ड लगा दिया। तांत्रिक विद्या का जादू चला और लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। जिसके बाद बाबा के पास माया भी आनी शुरू हो गई। इस दौरान उसने लड़कियों समेत छह बच्चों की शादी पंजाब में कर दी। जिसके बाद सभी बच्चे पंजाब में ही रहने लग गए।

दिल्ली और पंजाब की महिलाओं को लिया साथ
बताया जा रहा है कि बच्चों की शादी होने के बाद पांच से छह महिलाएं बाबा के पास रहने के लिए आ गई। ये महिलाएं बाहर से आने वाली महिलाओं को बाबा के बारे में जानकारी देती और उनके दुख हरने का दावा भी करती थी। बताया जा रहा है कि जितनी भी कमाई होती थी उसमें महिलाओं का भी हिस्सा होता था। जिन महिलाओं को बाबा अपने आश्रम के अलग कमरे में ले जाता था, उनसे नशे की हालत में स्वीकारोक्ति भी करवाता था, यह उनकी मर्जी से हो रहा है। बाबा उनके कष्ट दूर कर रहा है।