न्यूज डेस्क। हरियाणा के कैथल में रेप का एक ऐसा फर्जी मामला थाने में दर्ज हुआ, जिसकी सच्चाई जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. दरअसल एक चिट्ठी के जरिए आरटीआई एक्टिविस्ट पर रेप का आरोप लगाया गया, जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया.
केस दर्ज होने के बाद जब पुलिस ने कथित पीड़ित को मेडिकल कराने के लिए फोन किया तो युवती रेप की घटना से ही मुकर गई और कहा, ‘ना मैंने शिकायत दर्ज कराई है और ना ही मेरा बलात्कार हुआ है.’ जांच में यह पूरा मामला ही फर्जी निकला.
दरअसल कैथल के पूंडरी थाने में दर्ज किए गए एक मामले में कथित तौर पर 25 साल की युवती ने आरोप लगाया कि बालू गांव में गुरदेव नाम के शख्स ने घर में घुसकर उसके साथ रेप किया और जान से मारने की धमकी दी. पुलिस तक यह शिकायत एक चिट्ठी के माध्यम से पहुंची थी.
पुलिस ने भी महिला से जुड़े मामले को गंभीरता से लेते हुए आनन-फानन में केस दर्ज कर लिया. पुलिस ने जब चिट्ठी में दिए गए मोबाइल नंबर पर फोन करके युवती को मेडिकल और 164 के तहत बयान लेने के लिए बुलाया तो युवती ने कहा कि उसके साथ कोई रेप नहीं हुआ है, न ही उसने किसी के खिलाफ कोई शिकायत की है. किसी ने उसके नाम से थाने में फर्जी शिकायत दी है. बाद में पता चला कि महिला थाने में भी पहले ऐसी ही एक शिकायती चिट्ठी भेजी गई थी.
वहीं दूसरी तरफ केस दर्ज होने से बालू गांव के रहने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट गुरदेव भी हैरान हो गए. 46 साल के गुरदेव ने कहा कि उन्होंने कई गलत लोगों के खिलाफ मुहिम छेड़ी हुई है. इसी की रंजिश में उसके खिलाफ रेप का फर्जी केस दर्ज करवाया गया है. उन्होंने कहा कि वो युवती को जानते तक नहीं हैं. बता दें कि 2017 में भी एक युवती ने आरटीआई एक्टिविस्ट के खिलाफ रेप के आरोप लगाए थे.
दरअसल जब रेप की शिकायत वाली चिट्ठी पर महिला थाना में केस दर्ज नहीं हुआ तो वही शिकायत 25 अप्रैल को उसी युवती के नाम से पूंडरी थाने की पुलिस को भी मिली. पुलिस ने उसी दिन गुरदेव के खिलाफ दुष्कर्म की धारा 376 और जान से मारने की धारा 506 के तहत केस दर्ज कर लिया.
इसके बाद पूंडरी थाने से महिला जांच अधिकारी ने पीड़ित युवती को फोन किया और बताया कि रेप का केस दर्ज किया गया है. युवती ने रेप के आरोपों को ही सिरे से खारिज कर दिया.
इस मामले को लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट ने बताया कि उसने सीएम विंडो पर शिकायत दी थी कि गांव की बिढ़ाण पट्टी में गली की जमीन पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है. उन्होंने कहा कि इसी का बदला लेने के लिए मेरे खिलाफ रेप का फर्जी केस दर्ज करवाया गया है.
वहीं इस मामले पर डीएसपी रविन्द्र सांगवान ने कहा कि एक शिकायत प्राप्त हुई है, जिसपर थाने में मामला दर्ज किया गया. फिलहाल जांच चल रही है और युवती ने कहा कि ना उसके साथ रेप हुआ है और ना ही कोई शिकायत दर्ज कराई है.
बिना जांच और पूछताछ के मामला क्यों दर्ज हुआ इस सवाल पर अधिकारी ने कहा कि रेप का मामला संवेदनशील होता है. अगर केस दर्ज ना हो तो पुलिस पर सवाल उठते हैं