बिग ब्रेकिंग: पूर्व गृ​​ह मंत्री ने उनके फर्जी हस्ताक्षर से बयान जारी करने वाले के खिलाफ कराई FIR…DMF बहीखाता की पीएमओ से शिकायत मामले में आया नया मोड़, देंखें विडियो…

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कोरबा। कोरबा जिले में कलेक्टर द्वारा डीएमएफ को मनमानी तरीके से खर्च करने पीएमओ में ​की गई शिकायत के मामले में नया मोड़ आ गया है। इससे पहले अकलतरा विधायक सौरभ सिंह की शिकायत का खंडन पूर्व मंत्री ननकी राम कंवर द्वारा किए जाने की खबर तेजी से वायरल हुई थी, अब पूर्व मंत्री ननकी राम कंवर उनके उनके फर्जी हस्ताक्षर और लेटर हेड का उपयोग करने वाले शख्स पर एफआईआर दर्ज कराने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा गया है।

रामपुर विधायक व पूर्व गृहमंत्री और कद्दावर आदिवासी नेता ननकीराम कंवर ने कोतवाली प्रभारी समेत पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य के माननीय विधायक श्री सौरभ सिंह विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 33 के द्वारा माननीय प्रधानमंत्री महोदय जी को संबंधित शिकायत आवेदन पत्र के विरुद्ध मेरे फर्जी हस्ताक्षर कर लेटर हेड दुरुपयोग करते हुए खंडन किया गया है इस तरह मेरे फर्जी हस्ताक्षर कर लेटर हेड का पूर्णरूपेण दुरुपयोग किया गया है जो गंभीर अपराध है उक्त फर्जी हस्ताक्षर कर लेटर हेड का दुरुपयोग करने वाले के विरुद्ध तत्काल एसआईआर दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें।

पीएमओ को भेजी शिकायत में सौरभ सिंह ने ये किया था दावा

प्रधानमंत्री को भेजी अपनी चिट्ठी में विधायक सौरभ सिंह ने लिखा है कि कोरबा जिले में सबसे ज्यादा जिला खनिज न्यास मद से 600 करोड़ रुपए राजस्व मिलता है। विधायक का कहना है कि इस राशि से बिलासपुर और जांजगीर-चांपा जिले के क्षेत्रीय विकास के लिए 10 फीसदी राशि दी जाती है, लेकिन इस राशि को इस्तेमाल करने वाले परिषद की बैठक नियमों के मुताबिक नहीं हो रही है। खनन से मिलने वाली राशि गांव के विकास में खर्च की जानी चाहिए। मगर यह दूसरे मदों में खर्च की जा रही है । विधायक सौरभ का दावा है कि कलेक्टर कार्यालय में उन्नयन का काम भी इसी मद से किया जा रहा है और कलेक्टर रानू साहू अपने करीबी लोगों को काम दे रही हैं। प्रधानमंत्री से सौरभ सिंह ने इस मामले में जांच की मांग की है।

पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर फर्जी हस्ताक्षर से वायरल हुई थी ये खबर

मैं आदिवासी नेता हूं और छत्तीसगढ़ का गृह मंत्री रहा हूं, कोरबा जिले में खनिज न्यास निधि नियमानुसार ही खर्च हो रही है । इसकी सारी जानकारी मुझे है, क्योंकि परिषद की बैठकों में मैं शामिल होता हूं। जांजगीर के विधायक दुर्भावना की वजह से इस इलाके की शिकायत कर रहे हैं। जबकि उन्हें क्षेत्र के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। यहां सभी काम नियमानुसार हो रहे हैं, उनकी इस शिकायत से जनता का भरोसा टूटा है। वह मेरे क्षेत्र में अशांति फैलाने के षड्यंत्र के तहत शिकायत कर रहे हैं। उनकी बातें तथ्यहीन हैं।