न्यूज डेस्क।शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए कैलेंडर को लेकर बिहार में बवाल मच गया है। इसमें मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों और उर्दू स्कूलों में शुक्रवार का अवकाश घोषित किया गया है। इतना ही नहीं जन्माष्टमी और रामनवमी जैसे त्योहारों का अवकाश भी रद्द कर दिया गया है। इस फैसले के बाद बीजेपी समेत विपक्षी दलों ने नीतीश कुमार सरकार की मंशा पर निशाना साधा है। बीजेपी नेताओं ने नीतीश सरकार पर बिहार को इस्लामिक स्टेट बनाने का आरोप लगाया है।
शिक्षा विभाग ने क्या दिया आदेश
बिहार के शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश के मुताबिक उर्दू स्कूलों में शुक्रवार यानी जुमे के दिन अवकाश घोषित किया गया है। इस आदेश में कहा गया है कि जिन इलाकों में मुस्लिम आबादी ज्यादा होगी वहां शुक्रवार को अवकाश रहेगा। इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से अधिसूचना भी जारी की गई है। इसके मुताबिक जिन जिलों में मुस्लिम आबादी ज्यादा है वहां डीएम की रजामंदी के बाद शुक्रवार को सप्ताहिक अवकाश किया जा सकेगा।
ईद पर बढ़ाई छुट्टी
शिक्षा विभाग की ओर से जारी कैलेंडर में ईद और बकरीद पर छुट्टी बढ़ा दी गई है। पहले इन पर सिर्फ दो दिन की छुट्टी होती थी लेकिन अब 3 दिन की छुट्टी कर दी गई है। इसके अलावा मुहर्रम पर दो दिन, शब-ए-बारात, चेहल्लुम, हजरत मोहम्मद साहब की जयंती पर एक-एक दिन की छुट्टी होगी। वहीं राखी, तीज, रामनवमी, महाशिवरात्रि, जीतिया और जन्माष्टमी की छुट्टी खत्म कर दी है।
#WATCH | Patna: After CM Nitish Kumar-led Bihar government reportedly reduced the number of holidays for the state’s schools during the Hindu festivals, BJP MP Sushil Modi says, "Nitish Kumar-led Bihar government has shown an anti-Hindu face and taken a decision to hurt the… pic.twitter.com/vkmwMbANyu
— ANI (@ANI) November 28, 2023
शिक्षा विभाग के फैसले के बाद बीजेपी ने भी इसे लेकर सवाल उठाए हैं। बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने हिंदू विरोधी चेहरा दिखाते हुए यह फैसला लिया है। इससे हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। हिंदू त्योहारों की छुट्टियों में चुनिंदा कटौती की गई है, जबकि मुस्लिम त्योहारों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं।