होटल के कमरे में शूट किया ‘अश्लील वीडियो’ हुआ वायरल, कपल अरेस्ट

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न्यूज डेस्क।होटल के कमरे में पोर्न फिल्म शूट करने के आरोप में एक कपल को गिरफ्तार किया गया है. मुस्लिम बहुसंख्‍यक देश इंडोनेशिया में अब कपल को 6 साल की सजा हो सकती है. दरअसल, कपल होटल के कमरे में मास्‍क लगाकर पोर्न फिल्म शूट किया था. इसके बाद से ही पुलिस दोनों की तलाश कर रही थी.

डेलीस्‍टार की रिपोर्ट के मुताबिक, कपल इंडोनेशिया का रहने वाला है. इन दोनों का एडल्‍ट वीडियो पूरे देश में वायरल हो गया था. इंडोनेशिया में पोर्नोगाफी बैन है. ऐसे में पुलिस के लिए यह सिरदर्द था कि आखिर ऐसा करने वाले लोग कौन हैं?

एडल्‍ट वीडियो kebaya merah के नाम से ऑनलाइन वायरल हुआ. इस वीडियो में लड़की पारंपरिक लेस टॉप में नजर आ रही थीं. पहचान छिपाने के लिए कपल ने मास्‍क पहन रखा था. इसके बाद भी ये दोनों पुलिस के हत्‍थे चढ़ गए.

वीडियो को लेकर पुलिस ने काफी पड़ताल की. खासकर वीडियो में जो बैकग्राउंड दिख रहा था, उसे लेकर. इसके बाद उन्‍हें खोजबीन के बाद यह अंदाजा हो गया कि वीडियो आखिर कहां शूट हुआ है.

जकार्ता पुलिस के प्रवक्‍ता ने बताया कि फिर कपल को पकड़ना बेहद आसान हो गया था. उन्‍होंने कहा कि हमारे पास एक ही टास्‍क था कि आखिर उस रूम को होटल में किसने बुक किया था?

रिपोर्ट के मुताबिक, पहले पुलिस की टीम को लग रहा था कि वीडियो बाली में शूट हुआ है. लेकिन, बारीकी से जांच करने पर सामने आया कि होटल का कमरा इंडोनेशिया के ईस्‍ट जावा में है. क्‍योंकि, कमरे से रोड साइन और वालपेपर साफतौर पर नजर आ रहे थे.

इंडोनेशिया में एडल्‍ट कॉन्‍टेंट को लेकर बेहद सख्‍त नियम कानून हैं. लेकिन हाल में यहां बंद कमरों के अंदर एडल्‍ट वीडियो बनाने का चलन बढ़ा है.

हो सकती है 6 साल की कैद!
आरोपियों को इंडोनेशिया के विवादित ‘इंफॉरमेशन एंड इलैक्‍ट्रॉनिक ट्रांजैक्‍शन एक्‍ट’ के तहत अलग-अलग 6 साल कैद की सजा हो सकती है. हाल के वर्षों में इंडोनेशिया, म्‍यांमार, कंबोडिया, वियतनाम जैसे देशों की कतार में शामिल हुआ है, जहां ऑनलाइन लोग क्‍या शेयर करते हैं इसको लेकर सख्‍त कानून बनाए गए हैं.

जब मार्च में कंटेंट क्रिएटर हुआ गिरफ्तार
इससे पहले भी मार्च में इंडोनेशिया में एक कंटेंट क्रिएटर को अश्‍लीलता फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. हालांकि, उसे रिहाई मिल गई थी क्‍योंकि वह तब प्रेग्‍नेंट थी. तब इस मामले में जकार्ता मेट्रो पुलिस के प्रवक्‍ता ने कहा था कि केवल मानवीय दृष्टिकोण की वजह से महिला को रिहा किया गया, लेकिन कानूनी प्रकिया जारी है.