नई दिल्ली। मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने आईपीएल के टीवी राइट्स (IPL TV Rights) नहीं लिए हैं, जिसे वॉल्ट डिज्नी कंपनी ने 3 अरब डॉलर में लिया है। अब लोग ये बातें कर रहे हैं कि आखिर इतने बड़े अरबपति के हाथ से टीवी राइट्स (IPL Media Rights) कैसे निकल गए? दरअसल, टीवी राइट्स उनके हाथ से निकले नहीं, बल्कि उन्होंने इसमें सीमित मौके देखे इसलिए इसे छोड़ दिया। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और अमेरिकी की दिग्गज कंपनी पैरामाउंट ग्लोबल के ज्वाइंट वेंचर ‘वायाकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड’ ने डिजिटल राइट्स (IPL Digital Rights) पर फोकस किया। मामले से जुड़े एक शख्स के अनुसार आने वाले 5 सालों में टीवी के मुकाबले डिजिटल विज्ञापन से होने वाली कमाई चार गुना तक बढ़ जाएगी। वहीं माना जा रहा है कि इस दौरान टीवी को दोहरे अंक की बढ़ोतरी के लिए भी संघर्ष करना पड़ेगा।
शुरुआत में टीवी राइट्स के लिए भी लगाई थी बोली
अंबानी की कंपनी वायाकॉम 18 ने आईपीएल की नीलामी के शुरुआती दौर में तो टीवी राइट्स के लिए भी बोली लगाई, लेकिन कंपनी का मुख्य फोकस डिजिटल राइट्स हासिल करना रहा। वायाकॉम 18 ने दुनिया में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले खेलों में से एक आईपीएल टूर्नामेंट के डिजिटल राइट्स के लिए 238 अरब रुपये (3.1 अरब डॉलर) चुकाए हैं। यानी देखा जाए तो जितने पैसे वॉल्ट डिज्नी ने टीवी राइट्स के लिए दिए हैं, लगभग उतने ही पैसे मुकेश अंबानी ने डिजिटल राइट्स के लिए खर्च किए हैं।
ई-कॉमर्स और मनोरंजन एक ही जगह पर
मुकेश अंबानी का डिजिटल राइट्स हासिल करने और टीवी राइट्स छोड़ने का फैसला रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने वाला कदम है। मौजूदा समय में देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी एक ऐसा ईकोसिस्टम बनाना चाहते हैं, जो स्मार्टफोन से जुड़े लोगों को ई-कॉमर्स और मनोरंजन के लिए लुभा सके। यानी एक ही जगह पर ग्राहकों को सब कुछ मुहैया कराया जाएगा।
अरबों डॉलर बचाए मुकेश अंबानी ने
मुकेश अंबानी ने टीवी राइट्स छोड़कर अरबों डॉलर बचाए हैं। उम्मीद है कि यह पैसे वह 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में इस्तेमाल कर सकेंगे। भारत के क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के प्रमुख जय शाह ने कहा है कि भारत में अगले 5 सालों में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 90 करोड़ तक पहुंच जाएगी। मिडिल क्लास परिवारों के लिए मनोरंजन का मुख्य जरिया टीवी हुआ करता था, लेकिन खास कर कोरोना महामारी के बाद अब ऑनलाइन स्ट्रीमिंग ने तेजी से उसकी जगह ली है।