उप सचिव सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी पर भड़के सीएम भूपेश बघेल,कहा. गिरफ्तारी एक राजनीतिक कार्रवाई, बीजेपी ने मांगा मुख्यमंत्री का इस्तीफा

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रायपुर। धन शोधन मामले में छत्तीसगढ़ में ईडी द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया (Saumya Chaurasia) की गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केंद्रीय जांच एजेंसी पर भड़क गए हैं।

बघेल ने ट्वीट कर इसे राजनीतिक कार्रवाई बताया है। इसके अलावा उन्होंने इस मामले में पूरी ताकत से लड़ने की चेतावनी दी है। वहीं पीसीसी चीफ मोहन मरकाम (Mohan Markam) ने बीजेपी पर सरकार को अस्थिर करने के आरोप लगाए हैं।

 

सौम्या चौररिया की गिरफ्तारी को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा, ”जैसा कि मैं कहता रहा हूं, ईडी द्वारा मेरी उप सचिव सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी एक राजनीतिक कार्रवाई है. हम इसके ख़िलाफ़ पूरी ताक़त से लड़ेंगे.”।

पीसीसी चीफ मोहन मरकाम इस मामले में ट्वीट कर कहा कि यह लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई हमारी सरकार को अस्थिर करने की साजिश है। मोहन मरकाम ने चेतावनी के लहजे में कहा कि सौम्या चौरसिया के दो मासूम बच्चों और उनके परिवार के‌ साथ जघन्य अपराध करने वाले ED के अधिकारियों, राज्य के आला बीजेपी नेताओं और दिल्ली में बैठे उनके राजनीतिक आकाओं को इसका दंड अवश्य भुगतना पड़ेगा।

बीजेपी ने मांगा मुख्यमंत्री का इस्तीफा

इस मामले में अब सियासत शुरू हो गई है। बीजेपी ने पलटवार करते हुए सीधे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का इस्तीफा मांग लिया है। बीजेपी के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि जनता के विकास के लिए आने वाले पैसे खाने वाली सरकार का भंडाफोड़ हो गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब मुख्यमंत्री के गरिमामय पद पर एक क्षण भी बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है, भूपेश बघेल तत्काल इस्तीफा दें।

बता दें कि छत्तीसगढ़ में 11 अक्टूबर से ईडी की कर्रवाई जारी है। कोयला ट्रांसपोर्टिंग परमिट में गड़बड़ी और अवैध लेवी के आरोप में 3 कारोबारी और एक सस्पेंड आईएएस समीर विश्नोई को ईडी ने गिरफ्तार किया है। शुक्रवार को ईडी ने अफसर सौम्या चौरसिया को भी गिरफ्तार कर रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने ईडी को सौम्या की चार दिन की रिमांड सौंपी है। इस मामले में अब 6 दिसंबर को अगली सुनवाई होगी।