The Duniyadari : कोरबा जिले की कुसमुंडा खदान में हुई तेज़ ब्लास्टिंग का वीडियो सामने आते ही इलाके में हड़कंप मच गया। सुबह करीब 8:15 बजे हुई इस ब्लास्टिंग से आसपास के गांव जटराज, सोनपुरी, पाली और पडनिया में झटके महसूस किए गए। जटराज गांव में तो एक ग्रामीण के घर में दरार तक पड़ गई।

गांववालों का आरोप है कि खदान प्रबंधन ने नियमों को ताक पर रखकर ब्लास्टिंग कराई। तय नियमों के अनुसार दोपहर बाद विस्फोट की अनुमति है और उससे पहले 3 किलोमीटर के दायरे को खाली कराना अनिवार्य होता है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
मुआवज़ा और पुनर्वास की मांग
ग्रामीणों ने बताया कि उनकी ज़मीन अधिग्रहित कर ली गई है, लेकिन न तो रोजगार दिया गया और न ही पुनर्वास की व्यवस्था की गई। इसी लापरवाही के चलते लोग अब प्रशासन और एसईसीएल के खिलाफ खुलकर विरोध पर उतर आए हैं।
नापी टीम को खदेड़ा
विवाद के बीच हरदीबाजार मोहल्ले में जब एसईसीएल और प्रशासन की टीम मकानों की नापी करने पहुंची तो गुस्साए ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और नारेबाज़ी शुरू कर दी। विरोध इतना तेज़ हुआ कि टीम को बैरंग लौटना पड़ा।
‘धोखा’ बताकर रिपोर्ट दर्ज
गांव के प्रतिनिधियों का कहना है कि हाल ही में हुई त्रिपक्षीय बैठक में 7 सूत्रीय मांगों पर सहमति बनी थी, लेकिन बिना लिखित मंज़ूरी लिए अचानक सर्वे शुरू कर दिया गया। इसी को ‘धोखा’ बताते हुए ग्रामीणों ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। विरोध प्रदर्शन में सरपंच लोकेश्वर कंवर, पूर्व विधायक पुरुषोत्तम कंवर और भाजपा जिला मंत्री अजय दुबे भी मौजूद रहे।