एसईसीएल के सभी पात्र कर्मचारियों को 31 अगस्त से पूर्व दी जाएगी पदोन्नति… सीएमडी ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में एसईसीएल परिवार सहित देशवासियों को दी शुभकामनाएं…

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बिलासपुर। एसीईसीएल मुख्यालय में स्वतंत्रता दिवस धूम-धाम से मनाया जा रहा है। सोमवार को सुबह नौ बजे एसईसीएल सीएमडी डा. प्रेम सागर मिश्रा ने मुख्यालय परिसर में ध्वजा रोहण किया और सुरक्षा टुकड़ी की सलामी ली। इस सुरक्षा टुकड़ी का नेतृत्व व्ही दक्षिणामूर्ति उप प्रबंधक सुरक्षा बिलासपुर ने किया। इस दौरान सीएमडी डा. मिश्रा ने कहा कि एसईसीएल के सभी पात्र व योग्य कर्मचारियों को 31 अगस्त से पूर्व पदोन्न्ति दी जाएगी।

0-एसईसीएल सीएमडी डा. प्रेम सागर ने 75वां स्वतंत्रता दिवस पर दिया ये संदेश

-एसईसीएल भूविस्थापितों के रोजगार की दिशा में आगे बढ़कर काम कर रही है। हाल ही में एसईसीएल बोर्ड ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया एवं दस्तावेजों से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बदलाव स्वीकृत किए हैं। जिससे कि हमारी परियोजनाएं और तेजी से तथा और सहूलियत से, भूमि अधिग्रहण का कार्य कर पाएगी। गत अप्रैल से जून तिमाही में ही एसईसीएल द्वारा 100 से अधिक भूविस्थापितों को रोजगार प्रदान किया गया है।

– सीएसआर के जरिए एसईसीएल कोयलांचल के समाज को और सामर्थवान बनाने की दिशा में निरंतर प्रयत्नशील है। एसईसीएल ने अपने संचालन क्षेत्रों के लगभग 1000 युवाओं के स्किल डेव्हलपमेंट ट्रेनिंग के लिए सीपेट रायपुर से अनुबंध किया है, जिसमें लगभग 500 युवाओं का प्रशिक्षण आरंभ हो चुका है।

-कोरबा,रायगढ़ तथा मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में सरकारी स्कूलों में, एसईसीएल की मदद से लगभग 800 स्मार्ट क्लासरूम बनाए गए हैं।

– एसईसीएल की रेल कारिडोर परियोजनाओं से छत्तीसगढ़ राज्य के कई अंचलों तक पहली बार, रेल यातायात की सुविधा सुलभ हो सकेगी । खरसिया से धर्मजयगढ़ की ईस्ट रेल कारीडोर की शुरूआत हो चुकी है, वहीं इसके फेस में धर्मजयगढ़-कोरबा लाईन के लिए कार्य प्रगति पर है। गेवरा-पेंड्रा रोड के 135 किलोमीटर लम्बे ईस्ट-वेस्ट रेल कारीडोर पर भी तेजी से काम चल रहा है।

-कम्पनी की बड़ी खदानों से कोयले के ईको फ्रेंडली व त्वरित डिस्पैच के लिए फस्ट माईल कनेक्टिविटी परियोजनाएं विकसित की जा रही हैं, जिनके तहत कोल ट्रान्सपोर्न्टेशन व लोडिंग सिस्टम को पूर्णतया मैकेनाईज्ड किया जा रहा है। इससे बड़ी परियोजनाओं से सड़क मार्ग से कोयले का परिवहन न्यून हो जाएगा।

-कम्पनी का विजन है कि आने वाले 3 से 4 वर्षों में भूमिगत खदानों का उत्पादन दोगुना से अधिक कर दिया जाए। इस के लिए आधुनिक तकनीक जैसे कान्टिन्यूअस माईनर की स्थापना पर बल दिया जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से एसईसीएल को अग्रणी बनाने हेतु नेट जीरो के बजाए नेट पाजिेटिव कम्पनी बनाने की परिकल्पा की गई है।