The Duniyadari: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में झूठी शान के खातिर अपनों का खून बहा देने वाला एक मामला सामने है। जहाँ एक पिता ने अपने बेटे के साथ मिलकर इज्जत की ख़ातिर पहले तो अपनी बेटी की गला घोट कर हत्या की और उसके बाद पेट्रोल से शव को जलाकर जंगल में ठिकाने लगा दिया था।
ककरौली थाना क्षेत्र स्थित कटिया गांव के जंगल में 3 जून को एक युवती का जला हुआ शव पुलिस को बरामद हुआ था। जिसके बाद जब पुलिस ने शव की पहचान के लिए अपनी जांच शुरू की तो मृतका के हाथ में पहने हुए कड़े की पहचान इंस्टाग्राम के माध्यम से पुलिस ने कटिया गांव निवासी 23 वर्षीय सरस्वती के रूप में की। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को लेकर मृतका के परिजनों से जब सख्ती के साथ पूछताछ की तो सारा मामला दूध की तरह साफ हो गया।
पूछताछ के दौरान मृतक युवती के पिता राजवीर और भाई सुमित ने बताया कि मृतक युवती सरस्वती का कई जगह प्रेम प्रसंग चल रहा था और उसकी शादी भी दो जगह हुई थी। जिसके चलते उन्हें गांव में अपनी बेज्जती का एहसास होता था। इसी के चलते पिता और पुत्र दोनों ने मिलकर 30 मई की रात सरस्वती की पहले तो गला घोट कर हत्या की और उसके बाद मोटरसाइकिल से पेट्रोल निकाल कर उसके शव को जलाकर गांव के पास स्थित जंगल में ठिकाने लगा दिया था।
एसएसपी मुजफ्फरनगर संजय कुमार वर्मा ने बताया कि ककरौली थाना क्षेत्र में 3 जून 2025 को एक रजवाहे के पास जली हुई महिला की लाश मिली थी। पुलिस ने इस मामले में काफी प्रयास किए और SHO ककरौली जोगिंदर सिंह की टीम ने कड़ी मेहनत की। सिपाही जोगिंदर और ललित ने सोशल मीडिया और इंस्टाग्राम की मदद से जांच की और एक ऐप के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने बताया कि लड़की एक कड़ा पहनी हुई थी, जिसकी तस्वीर इंस्टाग्राम पर थी और इसी के माध्यम से उन्होंने लड़की की पहचान की। जांच के बाद पता चला कि मृतका के पिता राजवीर और भाई सुमित ने ही उसकी हत्या की थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और धारा 103(1), 238 बीएनएस में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
एसएसपी मुजफ्फरनगर संजय कुमार वर्मा ने बताया कि मृतका कटिया ग्राम की रहने वाली थी, जो थाना ककरौली के अंतर्गत आता है।
पहचान के बाद जब उसके माता-पिता से पूछताछ की गई, तो उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। उन्होंने बताया कि उनकी 23 वर्षीय बेटी के दो-तीन जगह प्रेम संबंध चल रहे थे और शादी के बाद भी वह अपने किसी प्रेमी के साथ मायके में रह रही थी, जिससे उनकी प्रतिष्ठा पर धब्बा लगा था।
इसी कारण से पिता राजवीर सिंह और उनके बेटे सुमित ने मिलकर अपनी बेटी का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने अपनी छोटी गाड़ी और मोटरसाइकिल से पेट्रोल निकालकर शव को आग लगा दी, ताकि शव की पहचान न हो सके। हालांकि, सिपाहियों की कड़ी मेहनत से शव की पहचान हो गई और घटना का खुलासा हुआ। एसएसपी मुजफ्फरनगर संजय कुमार वर्मा ने बताया कि आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। चौकीदार के माध्यम से तहरीर लिखवाई गई और धारा 103 बीएनएस और 238 बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। विधिक कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को जेल भेजने की कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि आरोपी सुमित ट्रक ड्राइवर है और उसका साथी गुरदयाल क्लीनर है, जो अभी फरार है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और वैधानिक कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेजने की तैयारी कर रही है। इस ब्लाइंड केस में सिपाही जोगिंदर और ललित ने कड़ी मेहनत की, जिसके लिए उन्हें 500-500 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अलावा, SHO को 1000 रुपये का पुरस्कार और पुलिस टीम को 15000 रुपये का अलग से इनाम दिया जाएगा।