‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बौखलाए पाक ने LoC पर रातभर की गोलीबारी, 10 निर्दोषों की मौत

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The Duniyadari: नई दिल्ली- ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की सीमा पार से की गई कार्रवाई के बाद बुधवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तनाव बढ़ गया. पाकिस्तानी सेना ने बिना उकसावे के गोलीबारी की, जिसमें 10 नागरिकों की जान चली गई और 33 अन्य घायल हो गए. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऐसी स्थिति में अग्रिम इलाकों से नागरिकों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाने का आदेश दिया है.

22 अप्रैल को पहलगाम हमले के जवाब में भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाकर किए गए समन्वित अभियान के कुछ घंटों बाद पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी की गई. इस हमले में कई पर्यटकों सहित 26 लोग मारे गए थे.

सूत्रों ने बताया कि शाह सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ लगातार संपर्क में हैं, और स्थिति पर नजर रखते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दे रहे हैं.

सूत्रों ने शाह के हवाले से कहा, “एलओसी के पास के नागरिकों को बकर में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि “उनकी सुरक्षा भारत की प्राथमिकता है.”

 

रक्षा सूत्रों ने पुष्टि की कि भारतीय सेना ने पाकिस्तानी गोलाबारी का तेजी से जवाब दिया, जिससे कुपवाड़ा और राजौरी-पुंछ सेक्टरों में कई पाकिस्तानी सेना चौकियों को भारी नुकसान पहुंचा, जबकि दूसरी तरफ से भी काफी सैन्य हताहत होने की खबरें हैं. पूरे दिन गहन तोपखाने का आदान-प्रदान जारी रहा.

भारत ने नौ ठिकानों पर किया स्ट्राइक

ऑपरेशन सिंदूर के हिस्से के रूप में, भारत ने सेना, वायु सेना और नौसेना को शामिल करते हुए एक संयुक्त अभियान चलाया, जिसमें पाकिस्तान और पीओजेके में आतंकवादी ढांचे पर हमला किया गया. लक्ष्य लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े थे – ऐसे समूह जिन्हें भारत में कई आतंकवादी हमलों की साजिश रचने के लिए जिम्मेदार माना जाता है.

लक्षित नौ स्थलों में मुरीदके, बहावलपुर, गुलपुर, सवाई, बिलाल कैंप, कोटली कैंप, बरनाला कैंप, सरजाल कैंप और महमूना कैंप शामिल थे. सरकार ने ऑपरेशन को “केंद्रित, मापा हुआ और गैर-बढ़ाने वाला” बताया.

सूत्रों ने कहा कि सभी हमले सफल रहे और मिशन में शामिल वायु सेना के पायलट सुरक्षित हैं. अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घटनाक्रम पर करीबी नजर रख रहे हैं.

जबकि पाकिस्तान ने दावा किया कि छह जगहों पर हमला किया गया और आठ नागरिक मारे गए, भारत ने आरोपों का दृढ़ता से खंडन किया है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ बातचीत के दौरान, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने स्पष्ट किया कि हमलों में केवल ज्ञात आतंकी स्थलों को ही निशाना बनाया गया.

नई दिल्ली ने पुष्टि की है कि किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया है. “केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को ही निशाना बनाया गया.”