कटघोरा : निर्दलीय प्रत्याशी से कांग्रेस की जीत की हुई शुरुआत.. अबकी बार किसका होगा बेड़ा पार…

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✍️ नरेन्द्र मेहता, कोरबा

कोरबा: जिले की दो सामान्य सीट में एक कटघोरा विधानसभा हैं. कांग्रेस ने विधायक पुरुषोत्तम कंवर को दूसरी बार टिकट दी हैं तो भाजपा ने जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद पटेल को प्रत्याशी धोषित किया हैं. कंवर आदिवासी वर्ग से तो पटेल पिछड़ा वर्ग से आते हैं. कटघोरा सीट कांग्रेस के कब्जे में सर्वाधिक बार रही. कटघोरा विधानसभा के अब तक के इतिहास को गौर करे तो यहां के मतदाताओं ने अभी तक केवल एक बार निर्दलीय प्रत्याशी पर भरोसा जताया. फिर कभी निर्दलीय प्रत्याशी की किस्मत नहीं खुली. न ही कांग्रेस भाजपा के अलावा कोई तीसरी पार्टी जीती.

कुल 13 विधानसभा चुनाव हुए जिसमे 9 बार कांगेस,3 बार भाजपा औऱ एक दफे निर्दलीय प्रत्याशी ने चुनाव जीता. यहां से निर्दलीय चुनाव जीतने वाले कद्दावर आदिवासी व कांग्रेस नेता बोधराम कंवर हैं,जिन्होंने अपना पहला चुनाव 1972 में निर्दलीय लड़ा था.बाद में कंवर कांग्रेस में शामिल हो गए.देशव्यापी कांग्रेस विरोधी लहर के दौरान 1977 में भी वे विधायक चुने गए.बोधराम कंवर कुल 6 बार विधायक चुने गये. कांग्रेस से 5 बार औऱ 1 बार निर्दलीय.

सामान्य सीट होने के बावजूद इस आदिवासी नेता को मतदाताओं ने सर्वाधिक दफे चुनाव जीतवा कर विधायक बनाया. छतीसगढ़ के गांधी कहलाने वाले बोधराम कंवर ने कभी भी किसी का अहित नहीं किया.यही वजह थी कि वे मतदाताओं की पहली पसंद रहे.कंवर आखिरी बार 2013 को चुनाव मैदान में उतरे, लेकिन वे भाजपा प्रत्याशी लखनलाल देवांगन से चुनाव हार गये.

 

2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, बोधराम कंवर को चुनाव लड़वाना चाहती थी किन्तु उन्होंने चुनाव लड़ने से आदर पूर्वक मना  कर दिया और कांग्रेस हाई कमान से अपने  पुत्र पुरुषोत्तम कंवर के लिए टिकट मांगी.तो इसका असर यह हुआ कि कांग्रेसियों ने हाई कमान से सामान्य सीट पर गैर आदिवासी को टिकट देने की मांग की. मांग करने वाले इस सीट से दावेदार थे. लेकिन पुरुषोत्तम को कांग्रेस के सर्वे में जिताऊ कैंडिडेट पाया गया और टिकट दे दी गई और कांग्रेस यहां से चुनाव जीती.पुरुषोत्तम कंवर ने भाजपा प्रत्याशी लखनलाल देवांगन को हराकर पहली बार विधायक बने.

इस बार फिर मैदान में हैं उनके खिलाफ भाजपा ने जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद पटेल को उतारा हैं. इस बात की चर्चा जोरों पर हैं कि छतीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्व.अजीत जोगी के पुत्र और छतीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी यहां से चुनाव लड़ सकते हैं. कांग्रेस नेता अजय जायसवाल व भाजपा नेता केदारनाथ अग्रवाल के समर्थक भी उनके ऊपर निर्दलीय चुनाव लड़ने का दबाव बना रहे हैं.जनता  कांग्रेस के दमदार नेता अमित जोगी मैदान में होंगे तो कोरबा सीट की तरह कटघोरा सीट भी हाई प्रोफाइल हो जाएगी और पूरे प्रदेश भर की निगाहें यहां के परिणाम में टिकी रहेगी.