कड़ाके की ठंड में भी इंसाफ की तपिश: दिवंगत शिक्षकों के परिजन अनुकंपा नियुक्ति को लेकर डटे रहे

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The Duniyadari : रायपुर। राजधानी में बढ़ती ठंड के बीच दिवंगत पंचायत शिक्षकों के परिजनों ने न्याय की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट चौक पर धरना प्रदर्शन किया। जय छत्तीसगढ़ महतारी चौक पर बैठे परिजनों ने शासन से अनुकंपा नियुक्ति जल्द प्रदान करने की मांग की। ठंडी हवाओं के बावजूद प्रदर्शनकारी डटे रहे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपने अधिकारों की आवाज बुलंद की।

धरने में शशांक साहू, अश्वनी सोनवानी (प्रांत अध्यक्ष, दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ छत्तीसगढ़) और राजेश्वरी दुबे (उपाध्यक्ष) सहित संगठन के कई सदस्य मौजूद रहे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि कई वर्षों से शासन द्वारा दिवंगत शिक्षकों के परिजनों को नियुक्ति नहीं दी जा रही, जिससे परिवारों को आर्थिक संकट झेलना पड़ रहा है।

सूचना मिलते ही एसडीएम सौरव कुमार, तहसीलदार और सिविल लाइन पुलिस दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने पहले प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने और बातचीत से समाधान निकालने की अपील की। अधिकारियों ने समझाइश देकर धरना समाप्त करने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट कर दिया कि मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।

धरनास्थल पर मौजूद संघ के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाया, तो यह आंदोलन राज्यव्यापी रूप लेगा। प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने बैनर और तख्तियां लेकर “अनुकंपा नियुक्ति हमारा अधिकार है” जैसे नारे लगाए।

प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है, लेकिन अगर आंदोलन लंबा खिंचता है तो पुलिस को बलपूर्वक कार्रवाई करनी पड़ सकती है। वहीं, संघ के नेताओं ने कहा कि उनका उद्देश्य टकराव नहीं बल्कि न्याय और संवेदना की मांग है, जिसे शासन को तुरंत सुनना चाहिए।

धरने ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि दिवंगत पंचायत शिक्षकों के परिवार कब तक इंतजार करेंगे, और क्या शासन उनकी उम्मीदों पर खरा उतर पाएगा।