रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर के पीवीआर मॉल में फिल्म द कश्मीर फाइल देखने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते कहा कि कश्मीर में जो अत्याचार हुआ था उसकी तो हमेशा निंदा हुई है। उन्होंने कहा कि फिल्म में पूरा सच नहीं दिखाया गया है, कश्मीरी पंडितों की समस्याओं का समाधान अब तक नहीं हुआ है। केंद्र की सरकार ने कश्मीरी पंडितों को बसाने के लिए कोई कार्य नहीं किया है।
बघेल ने कहा, इस फिल्म में इतनी अधिक हिंसा दिखाई गई है कि लगता है सेंसर बोर्ड का कोई महत्व ही नहीं रह गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंक का कोई धर्म नहीं होता है फ़िल्म के माध्यम से राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की गई है वह सफल नहीं होगा।
बघेल ने कहा, जब केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी तो इन्हीं के मंत्री आतंकवादियों को छोड़ने गए थे।पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हमने तो भाजपा विधायकों को भी पिक्चर देखने आमंत्रित किया था लेकिन वह पलायन कर गए इस फ़िल्म में सिर्फ हिंसा दिखाई गई है समाधान नहीं बताया गया है।