कश्मीर मार्च का हिस्सा थे भजनलाल शर्मा, उधमपुर में हुए थे गिरफ्तार, राम मंदिर आंदोलन में गए थे जेल

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न्यूज डेस्क। भजनलाल शर्मा को राजस्थान का सीएम बनाए जाने से बड़ी संख्या में लोग चौंक गए हैं। वह संघ के बेहद करीबी हैं और ABVP के दिनों से ही ‘राष्ट्रवादी विचारधारा’ से जुड़े रहे हैं। यूपी से सटे राजस्थान के भरतपुर जिले के अटारी गांव में जन्में भजनलाल शर्मा अपने स्कूल जीवन में ही एबीवीपी के संपर्क में आ गए थे। वह आगे चलकर भरतपुर में ABVP के जिला सह संयोजक बने और बाद में जिला सह प्रमुख नियुक्त किए गए।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, भजनलाल शर्मा साल 1990 में ABVP द्वारा निकाले गए कश्मीर मार्च का हिस्सा थे। उन्हें जम्मू संभाग के उधमपुर में 100 साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। वह अयोध्या में राम मंदिर मूवमेंट के दौरान जेल भी भेजे गए थे। उन्होंने साल 1990 में बीजेपी युवा मोर्चा के लिए काम शुरू किया। वह तीन बार BJYM के जिला अध्यक्ष चुने गए।

27 साल की उम्र में बने सरपंच

भजनलाल शर्मा 27 साल की उम्र में पहली बार सरपंच बने और लगातार दो बार सरपंच का चुनाव जीते। वह पंचायत समिति के सदस्य भी रह चुके हैं। BJP युवा मोर्चा के लिए कई साल काम करने के बाद उन्हें जिले में बीजेपी का सेक्रेटरी बनाया गया। ब्राह्मण समुदाय से आने वाले भजनलाल शर्मा बाद में भरतपुर में बीजेपी के अध्यक्ष बने, फिर प्रदेश उपाध्यक्ष औऱ फिर जनरल सेक्रेटरी नियुक्त किए गए। वह इस समय इसी पद पर हैं। भजनलाल शर्मा इस बार पहली बार विधायक बने हैं। वह जयपुर की संगानेर विधानसभा सीट से 48 हजार से ज्यादा वोटों से चुनाव जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को चुनाव में हराया।