The Duniyadari : रायपुर। केरल के तिरुवनंतपुरम के कादिनामकुलम ग्राम पंचायत में मुस्लिम पंचायत सदस्य टी. सफ़ीर ने मानवता की मिसाल पेश की। उन्होंने मानसिक रूप से अस्थिर छत्तीसगढ़ की 44 वर्षीय हिंदू महिला राखी की अंतिम इच्छा का सम्मान करते हुए उनका हिंदू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार किया। राखी कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं और अपने घर या परिवार का पता याद नहीं रख पा रही थीं।
सफ़ीर ने मृतक के जीवित रिश्तेदार न मिलने के बावजूद बेटे की भूमिका निभाकर अंतिम संस्कार का पूरा इंतजाम किया। उनका धर्म उन्हें इसमें रोक नहीं सका, बल्कि उन्होंने कहा कि हर इंसान के शरीर का सम्मान करना जरूरी है। स्थानीय इमाम और श्मशान घाट के कर्मचारियों ने उनका मार्गदर्शन किया और उन्हें इस नेक काम के लिए सराहा।
यह पहला मौका नहीं था; दो हफ़्ते पहले भी सफ़ीर ने इसी तरह एक और हिंदू व्यक्ति का अंतिम संस्कार किया था, जिसकी अस्थियाँ बाद में समुद्र में विसर्जित की गई थीं। उनके इस मानवीय कदम की सोशल मीडिया पर खूब प्रशंसा हो रही है और इसे “केरल की असली कहानी” के उदाहरण के रूप में पेश किया जा रहा है।